
दिल्ली एलजी पर मनीष सिसोदिया का आरोप: दिल्ली के उपराज्यपाल और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच बयानबाजी लगातार बढ़ती ही जा रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित सभी विधायक और उपराज्यपाल जबानी हमला जारी है। इसी कड़ी में ऊत्तम नगर विधानसभा (उत्तम नगर विधानसभा) से आप विधायक नरेश बाल्यान (MLA Naresh Balyan) ने मनीष सिसोदिया (मनीष सिसोदिया) की एक चिट्ठी को ट्वीट करते हुए लिखा है कि “MCD चुनाव से ठीक दो महीने पहले उपराज्यपाल ने दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टरों की सेलरी रोक दी गई, टेस्ट रुक गया।
इस ट्वीट के बाद आप विधायक ने डिप्टी सीएम सिसोदिया के चिट्ठी के हवाले से दिल्ली के उपराज्यपाल पर एमसीडी चुनाव (एमसीडी चुनाव) के पहले दिल्ली सरकार के खिलाफ साजिश रचने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इससे लोगों में आम आदमी पार्टी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता का बोझ होगा। ये बेहद निचले स्तर का काम है एलजी ने। अगर अमेरिका-चीन में ये हरकत कोई करता है तो वहां का कानून फांसी पर लटका दिया जाता है।”
एमसीडी चुनाव से ठीक दो महीने पहले @LtGovDelhi दिल्ली ने मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टरों की सेलरी रुकवा दी। टेस्ट रुकवा दिया। ताकि लोगो में आम आदमी पार्टी के प्रति रोष उठे।ये बहुत निचले स्तर का कार्य एलजी ने किया। अगर अमेरिका-चीन में ये हरकत कोई करता है तो वहां का कानून फांसी पर लटका दिया जाता है। pic.twitter.com/mNnEY5YL6d
– नरेश बालियान (@AAPNareshBalyan) जनवरी 15, 2023
लोगों को आम आदमी पार्टी के खिलाफ करने की साजिश है
आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल के नाम एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने उपराज्यपाल पर आरोप लगाया कि दिल्ली एमसीडी चुनाव के 2 दिन पहले यानी अभिनेता-नवंबर से आप के मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टरों की सैलरी, टेस्ट रोक दिए गए। यहां तक कि उन क्लिनिक के बिजली बिल और किराए की रकम का भी भुगतान नहीं किया गया, ये सब कुछ अधिकारियों के माध्यम से हुआ। जिसके पीछे सिर्फ और सिर्फ एक वजह थी दिल्ली की जनता और मोहल्ला क्लिनिक में काम करने वाले डॉक्टरों को परेशान करना। जिससे वो आम आदमी पार्टी के खिलाफ हो जाएं।
चिट्ठी में सिसोदिया ने आगे लिखा है कि जबकि पिछले 7 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ। डॉक्टरों का वेतन, हायर और बिजली सभी का सही समय पर भुगतान किया गया। मोहल्ला क्लिनिक में हर महीने 15 लाख लोग अपना इलाज, रिकॉर्ड कारक हैं। जिन्हें सरकार की तरफ से दवाइयां मुफ्त उपलब्ध करवाई जाती है। लेकिन एक साजिश के तहत दिल्ली की जनता को परेशान किया गया और उनके इलाज में बाधा पहुंचाने की कोशिश की गई। जिससे डॉक्टर इलाज करने क्लिनिक में ना जाएं और अगर गए भी तो टेस्ट ना होने की वजह से वो नागरिकों का इलाज करने में असमर्थ हो जाएं।
एलजी के आदेश पर अधिकारियों ने दस्तावेज में गड़बड़ी की- सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि चुनाव के पहले अधिकारियों ने अपनी सैलरी, टेस्ट, किराए और बिजली बिल के भुगतान से संबंधित फाइलों को कुछ इस तरह से पसंद करने की ना तो डॉक्टरो को सैलरी मिल पाई और ना किसी चीज का भुगतान पाया। इसे लेकर जब संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने तकनीकी कारणों का हवाला दिया। हालांकि दबी जुबान में एलजी के सख्त निर्देश पर इस हरकत को सबसे पहले बताया गया।
चुनाव के बाद डॉकटरों की सैलरी मिलने पर सवाल उठाते हुए सिसोदिया ने लिखा कि ये कैसे हो सकता है कि जो फाइलें 2 महीने से शोक से उद्र घूम रही थीं, वो अचानक चुनाव के मिल जाने के बाद गए और सभी डॉक्टरों की सैलरी के अलावा बिजली- किराए का भी भुगतान हो गया।
दिल्ली के लोगों का इलाज करना आपराधिक कृत्य- सिसोदिया
सिसोदिया ने कहा कि उपराज्यपाल जैसे पद पर बैठे व्यक्ति को यह शोमा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों का इलाज करना एक आपराधिक कार्य है। जनता ने जिस सरकार को चुना है, उसके खिलाफ सरकार में बैठे अधिकारी अगर सोचेंगे तो यह देशद्रोह है। अगर अधिकारियों से यह साजिश आपके द्वारा की गई है तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
एमसीडी चुनावों में उपराज्यपाल पर दखल देने का आरोप लगाते हुए दावा किया गया है कि, उपराज्यपाल जैसे पद पर बैठे व्यक्ति को शोमा नहीं देता है कि वह चुनावी उद्देश्यों के लिए जनता की तारीख में सरकार के खिलाफ इस तरह का षड्यंत्र करें। यदि कुछ अधिकारियों ने अपने स्तर पर यह भ्रम किया है तो निश्चित तौर पर आपको अपने ऊपर सख्त कार्रवाई करते हुए यह संदेश देना चाहिए कि आप संविधान में विश्वास रखते हैं और इस तरह की किसी हरकत को नहीं बताते हैं।
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