<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"देहरादून समाचार: उत्तराखंड की राजधानी ट्रैफिक (यातायात) को प्रमाणीकरण व्यवस्था से चलने और जाम की समस्या से होने वाली स्थिति के लिए पुलिस ने एक और योजना तैयार कर दी है। दरअसल, अब कोई भी तस्वीर में गंभीर क्रेन को हटाया नहीं जाएगा। शहर में ऐसी 10 क्रेनें अलग-अलग जगहों पर रोक रही हैं।
देहरादून में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है ट्रैफिक व्यवस्था संभालना। हर साल बढ़ती संख्या और शहर में पार्किंग स्थलों की कमी होने से जाम के झाम से शहरवासियों को हर रोज परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब ऐसे में नो पार्किंग और धूम में गलत पार्क हुए महत्वपूर्ण पर कड़ी कार्रवाई और भारी भरकम जुर्माना भी दें। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने रैपपी मोड पर 10 नए क्रेन लगे हुए हैं जो शहर की कई जगहों पर घूम रहे हैं और गलत पार्क को उठाते जा रहे हैं।
<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"समझें कि नई क्रेन पॉलिसी क्या है और कार्रवाई कैसे होगी
<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"– दून पुलिस के पास अब कुल 13 ट्रैफिक की क्रेनें
<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"– गलत पार्क का बढ़ना पर बढ़ा हुआ 1500 जुर्माने का जुर्माना
<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"– प्रतिदिन 250 गलत पार्क को उठाने का लक्ष्य
<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"– पुलिस को महीने में एक करोड़ से अधिक का रेवन्यू मिलेगा
इससे पहले पुलिस के पास अपनी तीन ही क्रेनें थीं जो घंटाघर के दो किलोमीटर के दायरे में ही रहती थीं। लेकिन अब लगभग पूरे शहर में ऐसी क्रेनें काफी हद तक नजर रख सकती हैं। अब ऐसे में लगे लोग पार्किंग की जगहों पर ही वाहन चलाएंगे ताकि भारी भरकम जुाने से बचा जा सके। ऐसे में कुछ उम्मीद है कि शहर के लोग जैम के जाम से शक जताएंगे।
<p style="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"<a href="https://www.abplive.com/states/up-uk/prayagraj-thirty-thousand-illegal-constructions-in-prayagraj-stir-after-list-ann-2361470"प्रयागराज न्यूज: प्रयागराज में हुए हैं 30 हजार से ज्यादा अवैध निर्माण, लिस्ट आने के बाद मचा हड़कंप
बता दें कि कुछ में काफी संख्या में विजिटर्स भी आ रहे हैं। वहीं उत्तराखंड के कई अन्य दर्शनीय स्थलों की तरफ जाने वाले यात्री भी राजधानी की तस्वीरें खींच रहे हैं। ऐसे में ट्रैफ़िक की स्थिति को संभालने के लिए पुलिस काफी हद तक रिपोर्ट बन जाती है।