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तुर्की-सीरिया भूकंप: सोमवार को दो भीषण भूकंप आए और उसके बाद के झटकों और विनाश में तुर्की-सीरिया में मरने वालों का कटोरा 10,000 के करीब पहुंच गया। अब तक दोनों देशों से 9500 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं। अभी भी दुनिया भर की राहत एजेंसियां मलबे से लोगों को निकालने का काम कर रही हैं।
जूली, रोमियो, हनी और रेम्बो क्या है
इसी कड़ी में भारत ने ‘ऑपरेशन फ्रेंड’ के प्रभाव से तुर्की में मलबे को नीचे दबे लोगों को निकालने के लिए चार सदस्यीय डॉग स्क्वायड भेजा है। इस स्क्वायड में जूली, रोमियो, हनी और रेम्बो शामिल हैं जो सूंघने और कार्य को प्रशिक्षित करते हैं लैब्राडोर। ये मलबे के नीचे दबे इंसानों को सूंघकर उन्हें निकालने में मदद करते हैं। एनडीआरएफ की दो अलग-अलग टीमों के साथ उन्हें मंगलवार को तुर्की के लिए रवाना किया गया।
एनडीआरएफ के बारे में अतुलनीय करवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि डॉग स्क्वायड तुर्की में स्थानीय अधिकारियों को जरूरत के मुताबिक बचाव और राहत कार्यों में सहायता करेगा।
मेक्सिको ने 16 सदस्यों का डॉग स्क्वायड भी भेजा
बीबीसी के अनुसार, मेक्सिको ने अपने बचाव और राहत कार्यों के लिए प्रसिद्ध डॉग स्क्वायड को भूकंप से प्रभावित तुर्की में मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश में मदद करने के लिए भेजा है। मेक्सिको के 16 सदस्यीय डॉग स्क्वायड के साथ एक विमान ने मंगलवार को मेक्सिको सिटी से उड़ान भरी।
रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्सिको के डॉग स्क्वायड में फ्रीडा को 2017 में शामिल किया गया था, तब अंतरराष्ट्रीय ख्याति मिली थी, जब उसे जिम्मेवारी और बूट पहने हुए मेक्सिको सिटी में भूकंप के बाद मलबों में जीवित बचे लोगों की खोज करते देखा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि फ्रीडा ने तब 12 लोगों की जान बचाई थी और 40 शव बरामद करवाए थे।
भारत ने कार्यक्षेत्र में राहत सामग्री की बड़ी खेप
इसके अलावा भारत ने भूकंप से प्रभावित सीरिया को छह टन से अधिक राहत सामग्री सौंपी जिसमें जरूरी दवाएं, चिकित्सा उपकरण आदि शामिल हैं। राहत सामग्री की खेप मंगलवार की रात को सैन्य परिवहन हवाई जहाज सी-130 जे के माध्यम से जारी किया गया था और आज सुबह भारत के प्रभार अधिकारी या चार्ज द अफेयर्स एस के यादव ने इसे सीरियाई अधिकारियों को सौंप दिया।
भारत ने विनाशकारी भूकंप को देखते हुए ही तुर्की को राहत सामग्री भेजी। मंगलवार को चार सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन के माध्यम से राहत सामग्री के तहत एक ‘चलित अस्पताल’ और खोज एवं बचाव कार्य विशेषज्ञ दल को भेजा गया था।
वहीं, विदेश मंत्री वी मुरलीधरन ने एक दिन पहले ही सीरियाई दूतावास का दौरा किया और भूकंप से तबाही को लेकर राजदूत बासम अल खातिब से संवदेना व्यक्ति की थी। उत्तर पश्चिम सीरिया में छह फरवरी को विनाशकारी भूकंप के कारण जलजमाव की भारी तबाही हुई है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भूकंप के कारण जलजमाव के नुकसान के मद्देनजर वायु सेना के विशेष विमान से छह टन राहत सामग्री सीरिया से डरी हुई है। इसमें कहा गया है कि यादव ने राहत सामग्री को दमिश्क हवाई अड्डे पर स्थानीय प्रशासन और पर्यावरण उप मंत्री मोउताज दुआजी को कहा। कंजेंस के मुताबिक, इस राहत सामग्री में जरूरी दवाएं, चिकित्सा उपकरण, ईसीजी मशीन, अन्य चिकित्या सामग्री आदि शामिल हैं।