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तीन कंबोडियाई डॉल्फिन की मृत्यु से पर्यावरण संरक्षणवादी चिंतनशील

कम्बोडियन डॉल्फ़िन

प्रतिरूप फोटो

गूगल क्रिएटिव कॉमन्स

वर्ल्ड वाइल्डलाइफ कोष (WWF) ने सोमवार को घोषणा की कि इतने कम समय में तीसरे स्वस्थ ड्रोफ़ोन की मृत्यु ”बढ़ती लैटिना स्थिति और फ़ोल्फ़फ़ोन के आवास में गहन कानून प्रवर्तन उपायों की आवश्यकता” को रेखांकन करती है।

कंबोडिया में 10 दिन से भी कम समय के लिए तीन प्राय डॉल्फिन की मृत्यु संरक्षण सीमाओं के लिए चिंता का विषय बन गया है। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ कोष (WWF) ने सोमवार को घोषणा की कि इतने कम समय में तीसरे स्वस्थ ड्रोफ़ोन की मृत्यु ”बढ़ती वृत्ताकार स्थिति और फ़ोल्फ़फ़ोन के आवास में गहन कानून प्रवर्तन उपायों की आवश्यकता” को रेखांकन करती है। बयान में कहा गया है कि हाल ही में इरावदी डॉल्फिन की मौत बेईमानी से हुई: मछली पकड़ने के एक अवैध जाल के दरवाजे में गड़बड़ी हुई।

इसमें कहा गया है कि इस घटना ने नदी डॉल्फिन नाम की इस प्रजाति को बचाने के लिए कानून प्रवर्तन की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने बताया कि एक स्वस्थ महिला डॉल्फिन क्रेटी प्रांत में शनिवार को नदी में मृत पाई गई। इसकी उम्र सात से 10 साल थी। इसमें कहा गया है कि मृत डॉल्फिन के चेहरे से पता चला है कि साढ़े छह फुट लंबी और 93 किलोग्राम वजनी डॉल्फिन मछली पकड़ने के जाल में डोरी में फंस गई थी।

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ कंबोडिया के निदेशक सेंग टीक ने बयान में कहा कि यदि ”डॉल्फिन संरक्षित क्षेत्र में मछली पकड़ने की अवैध गतिविधियों में हाल की देनदारी” पर कोई कदम नहीं उठाया गया तो देश में नदी डॉल्फिन नष्ट हो जाएगी। कंबोडिया में इरावदी डॉल्फ़िन की पहली गणना 1997 में हुई थी जिसकी कुल संख्या लगभग 200 थी। साल 2020 में इनकी संख्या करीब 89 रह गई। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने बताया कि 2022 में 11 डॉल्फिन की मौत हुई और पिछले तीन साल में कुल 29 डॉल्फिन की मौत हुई।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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