छत्तीसगढ़ नक्सली हमला: छत्तीसगढ़ के अपराध से प्रभावित बस्तर में निर्दोष आश्रितों द्वारा हत्या का चिल जारी है। पुलिस मुखबिरी की आशंका में अपराधियों ने इस साल ही 10 से अधिक की हत्या कर दी है। शुक्रवार को भी डेंटेवारा जिले के मालेवाही थाना क्षेत्र के घने इलाकों में डकैतों ने एक युवक की हत्या कर शव को सड़क पर फेंक दिया, जानकारी मिली है कि बेटियों को 2 दिन पहले युवक का अपहरण कर उसे अपने साथ ले गए थे, और अपने साथ जंगल में कुजते रहे। जिसके बाद शुक्रवार को युवकों के शवों में मिले।
अपराधियों ने अपराधियों पर अपराधी परचा भी फेंका है, जिन लड़कों ने युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया है। युवक का नाम जयराम कश्यप था, जो संतेवाड़ा जिले का विनाश प्रभावित क्षेत्र एरपुण्ड का रहने वाला था और 2 दिन पहले ही जयराम अपने निजी काम से कचनार गांव की तरफ हो गया था, मतदाताओं को इसकी जानकारी मिलने के हथियार बंद करने के बाद करीब 10 से ज्यादा नशेड़ी उसने अपहरण का लिया और 2 दिनों तक अपने साथ रखने के बाद उसकी हत्या कर दी।
पिछले 3 वर्षों में 30 तर्क की जान
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कचनार गांव की सड़क में युवक के शव को देखकर इसकी सूचना पुलिस को दी। घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस की टीम ने युवक के शव को बरामद करने के लिए भेज दिया है और शर्त से अधिकार पत्र भी बरामद कर लिया है। युवक की हत्या की जिम्मेदारी नक़्सलियो की संयुक्त क्षेत्रीय समिति ने ली है। अभी पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है, वहीं पिछले 3 साल के आश्रितों ने 30 से ज्यादा दावों को मौत के घाट उतार दिया है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बेहतर क्षेत्र में स्वायत्तता अपना जनाधार खो रहे हैं, और माड़ क्षेत्र में भी पुलिस की पहुंच से पूरी तरह से बौखलाए हुए हैं, और अनादर की हत्या कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि जल्द ही बस्तर के लिए माता-पिता का सफाया होने वाला है। उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है, आने वाले समय में पुलिस दारोगा के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन भी लॉन्च करने वाला है, इस घटना के बाद से पूरे गांव में लोगों का माहौल है, शहीद मृतक युवक के घर पर मातम छाया हुआ है।
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