
UNITED NEWS OF ASIA. असीम पाल, दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे एक नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह नक्सली आईईडी ब्लास्ट के जरिए पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा था, लेकिन आईईडी लगाते समय ही बम फट जाने से वह घायल हो गया।
गिरफ्तार नक्सली की पहचान कोसा सोड़ी (30 वर्ष) निवासी डोडी तुमनार, थाना गंगालूर के रूप में हुई है, जो प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) पश्चिम बस्तर डिवीजन से जुड़ा मिलिशिया सदस्य है। पुलिस ने आरोपी के पास से एक आईईडी और बिजली वायर बरामद किया है।
ब्लास्ट और एनकाउंटर की पूरी घटना
3 फरवरी 2025 को सुरक्षा एजेंसियों को बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती जंगलों में 30-40 सशस्त्र नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद DRG, बस्तर फाइटर और CRPF यंग प्लाटून की संयुक्त टीम को अलग-अलग कैंपों से ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया।
4 फरवरी की सुबह करीब 9:30 बजे पुरंगेल गांव के जंगल में पुलिस पार्टी पर घात लगाकर आईईडी ब्लास्ट किया गया, जिसमें CRPF 231 बटालियन का एक जवान घायल हो गया। हमले के बाद नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मुठभेड़ की।
फायरिंग थमने के बाद जब सुरक्षाबल आगे बढ़े, तो नक्सलियों द्वारा लगाए गए स्पाइक होल में एक जवान फंस गया, जिससे उसके पैर में गंभीर चोट आई। इसके बाद पुलिस ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
पुलिस को सूचना मिली कि एक घायल नक्सली जिला अस्पताल दंतेवाड़ा में इलाज कराने आया है। एसडीओपी किरंदुल कपिल चंद्रा और उनकी टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कोसा सोड़ी को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने IED ब्लास्ट की घटना में शामिल होने और सुरक्षाबलों के संभावित रास्ते में दोबारा बम लगाने की बात कबूल की।
पुलिस ने आरोपी के बताने पर विस्फोट स्थल से एक और छुपाया हुआ IED और वायर बरामद किया। पर्याप्त सबूत मिलने के बाद 21 फरवरी को आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में एसडीओपी किरंदुल कपिल चंद्रा, थाना प्रभारी प्रहलाद साहू, सउनि प्रेमलाल पोड़ियाम, प्रधान आरक्षक हरि राम सिन्हा और आरक्षक अजय तेलाम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।













