
UNITED NEWS OF ASIA. विष्णु कसेरा, सूरजपुर | एक तरफ सरकार हर गरीब को अनाज देने और “हर थाली में भोजन” उपलब्ध कराने की बात कर रही है, लेकिन दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के कारण गरीबों को राशन से वंचित होना पड़ रहा है। सूरजपुर जिले के वार्ड क्रमांक 7 में स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि BPL कार्डधारक परिवारों को राशन नहीं मिल पा रहा, जबकि APL कार्डधारकों को राशन आसानी से उपलब्ध हो रहा है।
गरीबों का दर्द: “राशन नहीं मिलता, चना-शक्कर भी गायब!”
वार्ड की महिलाओं ने आरोप लगाया कि सोसायटी संचालक मनमानी कर रहे हैं और मुंह देखकर राशन बांटा जा रहा है।
BPL कार्डधारकों को कहा जा रहा है कि उनका राशन खत्म हो गया है।
200 से अधिक परिवारों को राशन से वंचित रखा गया है।
चना और शक्कर भी नहीं मिल रही है।
दूसरे वार्ड में जाकर राशन लेने की मजबूरी बताई जा रही है।
(स्थानीय महिला, वार्ड क्रमांक 7)
“हम हर महीने राशन के लिए जाते हैं, लेकिन कहते हैं कि राशन खत्म हो गया। APL वालों को तो मिल जाता है, लेकिन गरीबों के हिस्से का अनाज कहां जा रहा है?”
प्रशासन का पक्ष: “लापरवाह महिला समूह को हटाया, नई व्यवस्था जल्द”
जब इस पूरे मामले पर खाद्य विभाग के अधिकारी से सवाल किया गया, तो उन्होंने बताया कि जिस महिला समूह को राशन वितरण की जिम्मेदारी दी गई थी, उनकी लापरवाही के चलते उन्हें हटा दिया गया है।
(खाद्य अधिकारी, सूरजपुर)
“लापरवाही के कारण संचालक को बदला गया है। नई व्यवस्था की जा रही है और जल्द ही राशन का एलॉटमेंट कर दिया जाएगा।”
बड़ा सवाल: गरीबों के हक का राशन आखिर कहां जा रहा है?
इस पूरे मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं:
- गरीबों के लिए तय राशन आखिर जा कहां रहा है?
- क्या यह सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही है या कोई बड़ा खेल?
- आखिर कब तक गरीबों को राशन के लिए भटकना पड़ेगा?
बहरहाल, अधिकारी जांच और नई व्यवस्था की बात कह रहे हैं, लेकिन कब तक हालात सुधरेंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।













