मलिक का मई 2022 से एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 23 फरवरी, 2022 को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत भगोड़े नियमों के तहत इब्राहिम और उसके सहयोगियों की गतिविधियों से जुड़ी एक जांच के बारे में बताया।
मुंबई की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को राजकीय जेजे अस्पताल को निर्देश दिया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक की स्वास्थ्य स्थिति की जांच और सबके लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए। मलिक का मई 2022 से एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 23 फरवरी, 2022 को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत भगोड़े नियमों को लेकर इब्राहिम और उसके सहयोगियों की गतिविधियों से जुड़ी एक जांच के बारे में बताया।
मई 2022 में पीएमएलए के तहत दायर मामलों की सुनवाई के लिए नामित विशेष अदालत ने मलिक को चिकित्सा के आधार पर जमानत देने से इनकार कर दिया था, लेकिन उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती की अनुमति दी गई थी। ईडी ने सितंबर में मलिक के स्वास्थ्य की जांच के लिए एक आवेदन दाखिल करने की मांग की थी।
विशेष न्यायाधीश आर एन रोकड़ ने शुक्रवार को जेजे अस्पताल के डीन को एक चिकित्सा बोर्ड प्राधिकरण का निर्देश दिया, जिसमें यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख, एक नेफ्रो-जैसी और औषधि विभाग के ग्रेडिंग शामिल हैं। कोर्ट ने कहा, ”बोर्ड एक विस्तृत जांच करेगा और घटना नवाब मलिक की सेहत का समान करेगा। कर योग्य।
इसने कहा है कि जांच के एक हफ्ते बाद क्रिटी केयर एशिया के निजी अस्पतालों में फिर से भर्ती होने का निर्देश दिया जाता है। कोर्ट ने कहा कि मेडिकल बोर्ड जांच की तारीख से 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगा और भविष्य में उपचार तथा अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता के बारे में यादें। कोर्ट ने मामले की आगे की सुनवाई के लिए दो फरवरी की तारीख मुकर्रर की है।
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