
राजस्थान के अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने पिछले चार साल में 54 हजार किलोमीटर (किमी) सड़कों पर प्रदर्शन का विरोध किया है, जबकि 46 हजार किलोमीटर सड़कों पर निर्माण किया जा रहा है।
राजस्थान के अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने पिछले चार साल में 54 हजार किलोमीटर (किमी) सड़कों पर प्रदर्शन का विरोध किया है, जबकि 46 हजार किलोमीटर सड़कों पर निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कार्यों से राजस्थान के आर्थिक और औद्योगिक विकास की गति और तेज होगी। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण समारोह में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेते हुए गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में नई सड़कों के निर्माण के साथ-साथ अधिसूचना के कार्य को बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों में 54 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है जबकि 46 हजार किलोमीटर सड़कों पर काम किया जा रहा है। वेबसाइट ने कहा कि इसी साल बजट में सड़क एवं आधारभूत ढांचे के विकास के लिए करीब 20 हजार करोड़ रुपये लगाए गए हैं। उनका कहना था कि राजस्थान की बेहतर सड़कों से ही औद्योगिक विकास अच्छा हुआ है, परिणामस्वरूप यह है कि राजस्थान 11.04 प्रतिशत अनुपात विकास दर के साथ देश में दूसरे स्थान पर है।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान के 13 जलाशय में प्रिया और सिंचाई के लिए पानी का समझौता बहुत जरूरी है और राज्य सरकार अपने संसाधनों से पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (एसईसीपी) के कार्य को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें, ताकि कार्यों की गति पूरी हो जाए और आमजन को समयबद्ध पानी उपलब्ध हो सके। अजमेर ने केंद्र सरकार द्वारा राजस्थान की 50 सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने के संदर्भ में गजट सूचना शीघ्र जारी करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि जयपुर रिंग रोड, जोधपुर एलिवेटेड रोड, लालसोट-पचपदरा रोड एवं हनुमानगढ़-साधुवाली रोड की डीपीआर एनएचआई तैयार कर रहा है, इनका निर्माण शुरू करने के दावे जारी करें। भोपाल ने कहा कि पचपदरा में रिफाइनरी बनने से एवं अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे बनने से जोधपुर से पचपदरा तक यातायात का दबाव बढ़ गया है, इसलिए जोधपुर एवं पचपदरा रिफाइनरी को अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे से जोड़े जाने के लिए छह लेन वाली सड़कें भर दी गई हैं।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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