
UNITED NEWS OF ASIA. चेन्नई। तमिलनाडु में भाषा विवाद और परिसीमन को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम (MNM) के अध्यक्ष कमल हासन ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने केंद्र पर दक्षिणी राज्यों पर हिंदी थोपने और “हिंदिया” बनाने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया।
कमल हासन ने नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत तीन भाषा फॉर्मूले को खारिज करते हुए कहा, “केंद्र सरकार के फैसले गैर-हिंदी भाषी राज्यों के खिलाफ जा रहे हैं। परिसीमन और भाषा नीति संघीय सिद्धांतों पर प्रहार है।”
सर्वदलीय बैठक में कमल हासन का बड़ा बयान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा परिसीमन के मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कमल हासन भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने केंद्र की प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा—
“लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों की संख्या बदलने की कोई जरूरत नहीं है। वे ऐसी चीज की मरम्मत क्यों कर रहे हैं जो टूटी ही नहीं है? लोकतंत्र को वर्कशॉप में क्यों भेजा जा रहा है?”
तमिल भाषा पर चेतावनी
कमल हासन पहले भी तमिल भाषा को लेकर सख्त रुख अपना चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था—
“तमिलों ने भाषा के लिए अपनी जान गंवाई है। इन चीजों के साथ खिलवाड़ मत करो। यहाँ का हर बच्चा जानता है कि उसे किस भाषा की जरूरत है।”
तमिलनाडु बनाम केंद्र: बढ़ता टकराव
तमिलनाडु सरकार ने तीन भाषा फॉर्मूले को हिंदी थोपने की साजिश करार दिया है, जबकि केंद्र सरकार का तर्क है कि इसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराना है। परिसीमन और भाषा नीति को लेकर तमिलनाडु बनाम केंद्र की यह जंग और तेज होती दिख रही है।













