
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर | छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार और अडानी समूह के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को प्रदेशव्यापी आर्थिक नाकेबंदी कर तीखा विरोध दर्ज कराया। राज्य के सभी प्रमुख राष्ट्रीय और राज्यीय मार्गों को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो घंटे तक अवरुद्ध रखा। यह पहला अवसर है जब किसी उद्योगपति समूह की कथित लूट के विरोध में प्रदेश स्तर पर इस पैमाने पर आर्थिक नाकेबंदी की गई है।
कांग्रेस का यह आंदोलन छत्तीसगढ़ की खनिज, वन और जल संपदा की “अडानी के हाथों लूट” के खिलाफ था। रायपुर के वीआईपी चौक पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल हजारों कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरे। उन्होंने कहा,
“छत्तीसगढ़ महतारी की लाज बचाने और लुटेरे अडानी को प्रदेश से भगाने के लिए यह आंदोलन जरूरी है। भाजपा सरकार अडानी की गोद में बैठकर जनता की संपत्ति लुटवा रही है।”
प्रमुख नेता हुए शामिल, जनता का भी मिला साथ
इस आंदोलन का नेतृत्व विभिन्न क्षेत्रों में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने किया।
रायपुर: भूपेश बघेल, सत्यनारायण शर्मा, अमरिंदर सिंह राजा बरार
बिलासपुर-जांजगीर: नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत
अंबिकापुर: पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव
बस्तर: पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज
दुर्ग: पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू
धमतरी: धनेन्द्र साहू, गिरीश देवांगन
कोण्डागांव: मोहन मरकाम
आरंग: डॉ. शिवकुमार डहरिया
बस्तर: लखेश्वर बघेल
नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा,
“यह आंदोलन भाजपा सरकार के संरक्षण में हो रही प्राकृतिक संसाधनों की लूट के खिलाफ जनता का सीधा जवाब है।”
ईडी की कार्रवाई को बताया राजनीतिक प्रतिशोध
भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके पुत्र चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध बताया। उन्होंने कहा,
“तमनार में जंगल कटाई का विरोध करने की सजा दी जा रही है। हम डरने वाले नहीं हैं, यह संघर्ष जारी रहेगा।”
कांग्रेस ने उठाए ये प्रमुख मुद्दे:
हसदेव अरण्य, तमनार जैसे क्षेत्रों में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई
अडानी को आयरन ओऱ, कोयला और अन्य खनिज खदानें सौंपने की तैयारी
आदिवासी क्षेत्रों में पर्यावरणीय विनाश
विरोध करने वाले कांग्रेस नेताओं पर ईडी, पुलिस और जांच एजेंसियों की कार्रवाई
टी.एस. सिंहदेव ने कहा,
“प्रदेश की भाजपा सरकार अडानी की दलाली में लगी है। वह अडानी के लिए जंगल कटवा रही है, और हम उसके खिलाफ खड़े हैं।”
प्रदेशभर में दिखा असर, हजारों कार्यकर्ता उतरे सड़क पर
राज्य के सभी संभागों और जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं, श्रमिक संगठनों, महिला मोर्चा और युवा कांग्रेस ने सड़कों पर उतरकर चक्का जाम किया। दो घंटे की इस आर्थिक नाकेबंदी में यातायात पूर्णतः बाधित रहा। कहीं भी पुलिस से सीधी भिड़ंत की सूचना नहीं मिली, लेकिन प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा
कांग्रेस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अडानी समूह को छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा सौंपे जाने के खिलाफ व्यापक जनांदोलन खड़ा करेगी। पार्टी ने चेताया है कि यदि अडानी की परियोजनाओं को रद्द नहीं किया गया, तो आने वाले समय में और बड़े आंदोलन होंगे।
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