
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र को लेकर आज शाम 6 बजे नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के निवास पर कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक होगी। इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, सभी विधायक और पूर्व मंत्री शामिल होंगे। बैठक का मुख्य एजेंडा बजट सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करना और निकाय चुनावों में हार की समीक्षा करना है।
बजट सत्र में विपक्ष की भूमिका पर मंथन
बैठक का प्रमुख उद्देश्य भाजपा सरकार के बजट प्रस्तावों और प्रदेश से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना है। कांग्रेस प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए महंगाई, बेरोजगारी, धान खरीदी, बिजली बिल और बेरोजगारी भत्ते जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करेगी।
किन मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगी कांग्रेस?
- महंगाई और बेरोजगारी – भाजपा सरकार के आने के बाद आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा।
- धान खरीदी में किसानों की समस्याएं – क्या सरकार किसानों को पूरा समर्थन दे रही है?
- बिजली बिल और बेरोजगारी भत्ता – क्या सरकार अपने वादों पर खरी उतरी?
- कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद करना – पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को खत्म करने का कारण?
- केंद्र सरकार से आर्थिक सहयोग में कटौती – क्या केंद्र से मिलने वाली राशि में कमी की गई?
बजट पर उठ सकते हैं सवाल
कांग्रेस यह सवाल खड़ा कर सकती है कि भाजपा सरकार का बजट केवल घोषणाओं तक सीमित रहेगा या जनता के लिए ठोस योजनाएं भी होंगी? साथ ही, सरकार के वित्तीय प्रबंधन और खर्च की प्राथमिकताओं पर भी चर्चा होगी।
पूर्व मंत्रियों को भी बैठक में बुलाया गया
बैठक में कांग्रेस के पूर्व मंत्री भी शामिल होंगे ताकि वे अपने कार्यकाल के अनुभव साझा कर सकें और सरकार की नीतियों की कमियों को उजागर करने में मदद कर सकें।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे, ताम्रध्वज साहू, शिव कुमार डहरिया, अमरजीत भगत, जयसिंह अग्रवाल, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सत्यनारायण शर्मा, मोहम्मद अकबर, अमितेश शुक्ल, उमेश पटेल, अनिला भेड़िया और मोहन मरकाम भी शामिल होंगे।
निकाय चुनावों में हार की समीक्षा और पंचायत चुनावों की रणनीति
बैठक में निकाय चुनावों में कांग्रेस की हार की प्रारंभिक समीक्षा भी की जाएगी। कांग्रेस आगामी पंचायत चुनावों में मजबूत प्रदर्शन के लिए जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी पर चर्चा करेगी।
क्या बजट सत्र में कांग्रेस सरकार को घेर पाएगी?
बैठक के नतीजे तय करेंगे कि कांग्रेस बजट सत्र में सरकार पर कितनी प्रभावी दबाव बना पाएगी और जनता के मुद्दों को कितनी मजबूती से उठा सकेगी।













