UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा | छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के केसदा गांव की रहने वाली जगनी कामू बैगा के लिए यह ऐतिहासिक अवसर है। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें जिला पंचायत सदस्य पद के लिए प्रत्याशी बनाया है। यह निर्णय न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे बैगा समाज की महिलाओं के लिए गर्व का विषय है। उन्हें टिकट दिलाने में कवर्धा के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
आजादी के बाद यह पहली बार है जब किसी राजनीतिक दल ने बैगा समाज की महिला को इस पद के लिए प्रत्याशी बनाया है। यह फैसला आदिवासी समुदाय में सकारात्मक बदलाव और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
बैगा समाज को मिल रहा नया नेतृत्व
बैगा समाज छत्तीसगढ़ के प्रमुख आदिवासी समुदायों में से एक है, लेकिन पारंपरिक रूप से उनका राजनीतिक प्रतिनिधित्व सीमित रहा है। इस समाज की महिलाओं को मुख्यधारा की राजनीति में कम ही अवसर मिले हैं। ऐसे में जगनी कामू बैगा का जिला पंचायत चुनाव में उतरना एक सशक्त बदलाव का संकेत है।
शिक्षा से लेकर राजनीति तक प्रेरणादायक सफर
जगनी कामू बैगा सिर्फ राजनीति में ही नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी अपने समाज के लिए मिसाल बनी हैं। उन्होंने बीए की डिग्री प्राप्त की है, जो बैगा समाज की लड़कियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। जहां परंपरागत रूप से आदिवासी समाज में लड़कियों की शिक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाती थी, वहीं जगनी ने न केवल खुद पढ़ाई की बल्कि अब समाज के नेतृत्व के लिए आगे आ रही हैं।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम
ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी को बढ़ाने की दिशा में यह कदम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जगनी कामू बैगा का यह सफर यह साबित करता है कि अगर अवसर मिले तो आदिवासी महिलाएं भी राजनीति और नेतृत्व में नई ऊंचाइयां छू सकती हैं।
कांग्रेस के इस फैसले को सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जगनी कामू बैगा चुनावी मैदान में कैसा प्रदर्शन करती हैं और बैगा समाज उनके इस ऐतिहासिक कदम को किस तरह स्वीकार करता है।