
UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, राजनांदगांव | राजनांदगांव जिला पंचायत चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में घमासान मच गया है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भागवत साहू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के साथ ही उन्होंने डोंगरगढ़ विधायक हर्षिता स्वामी बघेल और पूर्व जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान पर गंभीर आरोप लगाए।
“षड्यंत्र कर हराया गया” – भागवत साहू का बड़ा आरोप
भागवत साहू ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 3 से अधिकृत प्रत्याशी बनाया था, लेकिन पार्टी के ही नेताओं ने उन्हें हराने के लिए साजिश रची। उन्होंने कहा,
“डोंगरगढ़ की विधायक हर्षिता स्वामी बघेल और नवाज खान ने कांग्रेस के ही बागी प्रत्याशी अंगेश्वर देशमुख को फायदा पहुंचाने के लिए षड्यंत्र किया। मुझे हराने के लिए धनबल और अन्य हथकंडों का इस्तेमाल किया गया।”
कांग्रेस को साहू समाज से मिल सकता है बड़ा झटका?
भागवत साहू ने कांग्रेस में आंतरिक गुटबाजी को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा,
“साहू समाज का 70% हिस्सा पहले ही भाजपा के साथ है, और अब कांग्रेस के भीतर की राजनीति से बाकी 30% भी जल्द ही कांग्रेस से दूर हो सकता है। अगर ऐसे ही षड्यंत्र होते रहे, तो कांग्रेस साहू समाज से पूरी तरह मुक्त हो जाएगी।”
कांग्रेस में मचा सियासी भूचाल – इस्तीफे के बाद बढ़ेगी गुटबाजी?
भागवत साहू के इस्तीफे से कांग्रेस के भीतर हलचल तेज हो गई है। पहले से ही पार्टी में गुटबाजी की खबरें सामने आ रही थीं, और अब इस घटनाक्रम ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह को उजागर कर दिया है।
- क्या कांग्रेस हाईकमान इस मुद्दे पर एक्शन लेगा?
- क्या साहू समाज वाकई कांग्रेस से दूर जा रहा है?
- क्या यह इस्तीफा आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी है?













