UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, राजनांदगांव। बीते दिनों राजनांदगांव शहर के पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम में एक धार्मिक कथा के आयोजन को लेकर नगर निगम द्वारा ऑडिटोरियम का हॉल किराए में दिया गया था।
इसके बाद आयोक द्वारा ऑडिटोरियम का शुल्क जमा नहीं करने का मामला सामने आया था। अब इस मामले को लेकर वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा ने नगर निगम आयुक्त पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कर एफआईआर करने के लिए कोतवाली थाने में आवेदन दिया है।
वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि बीते 2 अगस्त से 8 अगस्त तक शहर के ऑडिटोरियम का भवन धार्मिक कथा के आयोजन के लिए निगम द्वारा आयोजन समिति को किराए पर दिया गया था, लेकिन आयोजक ने नगर निगम में शुल्क जमा नहीं किया।
वहीं इस कथा के आयोजन से शहर की आम जनता को दूर रखा गया और लोगों की भीड़ ऑडिटोरियम के बाहर रही लेकिन उन्होंने कथा सुनने भीतर जाने नहीं दिया गया। वहीं आयोजन समिति द्वारा चंद लोगों के लिए आयोजन कराया गया और पास बेचकर व्यापार किया गया। उन्होंने कहा कि आयोजन समिति को किराया पटना चाहिए था लेकिन पैसा पटा है या नहीं निगम आयुक्त किसकी जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में आयुक्त दोषी हैं।
इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने कहा कि नगर निगम में आर्थिक अनियमित के मामले में जांच कराकर एफआईआर करने आवेदन दिया गया है। मामले की जांच उपरांत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी
इस मामले में कार्रवाई के लिए अन्य कांग्रेसी पार्षदों के साथ कोतवाली थाने पहुंचे वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा ने आवेदन के माध्यम से एफआईआर कर मामले की जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।