गौरेला-पेंड्रा-मरवाहीछत्तीसगढ़

सहकारी बैंक में खुली लूट! पैसे निकालने पर वसूला जा रहा कमीशन

UNITED NEWS OF ASIA. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में सहकारी बैंक में किसानों से पैसे निकालने के नाम पर अवैध रूप से कमीशन लेने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इसका खुलासा एक वायरल वीडियो के जरिए हुआ है, जिसमें किसान बैंक कैशियर पर कमीशनखोरी का आरोप लगाते दिख रहे हैं। वीडियो में किसानों का कहना है कि बैंक में पूरे स्टाफ की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है, जिससे गरीब और भोले-भाले किसान परेशान हो रहे हैं।

 1 लाख रुपये पर 1000 और 50 हजार पर 500 रुपये की मांग

मामला गौरेला मेन रोड स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा पेंड्रारोड का है। वायरल वीडियो में किसान का कहना है कि बैंक में पिछले कई दिनों से पैसा निकालने के नाम पर कमीशन लिया जा रहा है। किसानों ने आरोप लगाया कि 1 लाख रुपये निकालने पर 1000 रुपये और 50 हजार रुपये निकालने पर 500 रुपये की मांग की जाती है।

किसान ने बताया कि कमीशन की राशि को पासबुक में रखकर कैशियर काउंटर पर देने के बाद ही पैसे मिलते हैं। अगर किसान कमीशन देने से इनकार करता है, तो उसे दिनभर बैंक में बैठाकर इंतजार कराया जाता है और अंत में कैश नहीं होने का बहाना बनाकर अगले दिन आने के लिए कहा जाता है।

 विड्रॉल फॉर्म भरने के नाम पर भी ली जा रही वसूली

किसानों ने आरोप लगाया कि बैंक कर्मचारी अशिक्षित किसानों का फायदा उठा रहे हैं। विड्रॉल फॉर्म भरने के लिए भी किसानों से 50 रुपये की मांग की जाती है। यह पैसा न देने पर किसानों को जानबूझकर परेशान किया जाता है।

 सरकार की सहायता राशि भी ठगी का शिकार

बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समर्थन मूल्य की राशि किसानों के खातों में इसी बैंक के माध्यम से डाली जाती है। इन दिनों बैंक के अंदर और बाहर हजारों किसान अपनी राशि निकालने के लिए लाइन में खड़े रहते हैं। लेकिन बैंक के कर्मचारी किसानों को उनकी ही राशि देने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं।

देखें वीडियो :-

 प्रशासन से कार्रवाई की मांग

वीडियो के वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। किसान संगठनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। किसानों का कहना है कि अगर दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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