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स्टालिन ने मोदी को लिखित पत्र में कहा कि तमिलनाडु के छह, केरल के सात और पश्चिम बंगाल के तीन मछुआरे गत नौ फरवरी को तमिलनाडु के थेंगपट्टिनम बंदरगाह से मछली पकड़ने के लिए निकले थे। उन्होंने कहा कि ये सभी ‘सेंट मैरी’ नौका पर सवार थे।
तमिल के चित्र एम.के. स्टालिन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तमिलनाडु के छह मछुआरों सहित उन 16 भारतीय मछुआरों को छोड़ने का अनुरोध किया, जिनमें ब्रिटिश हिंद महासागरीय क्षेत्र (बीआईपीओटी) के अधिकारी हैं। स्टालिन ने मोदी को लिखित पत्र में कहा कि तमिलनाडु के छह, केरल के सात और पश्चिम बंगाल के तीन मछुआरे गत नौ फरवरी को तमिलनाडु के थेंगपट्टिनम बंदरगाह से मछली पकड़ने के लिए निकले थे। उन्होंने कहा कि ये सभी ‘सेंट मैरी’ नौका पर सवार थे।
उन्होंने कहा, ”जब वे 23 फरवरी को गहरे समुद्र के पानी में मछलियां पकड़ रहे थे, तो डिएगो गार्सिया में रिजर्व के अधिकारियों ने भारतीय मछुआरों को उनकी नौका सहित पकड़ लिया था।” स्टालिन ने कहा कि पकड़े गए ये लोग अपना दावा करते हैं मछली पकड़ने के लिए काम पूरी तरह खत्म हो गया है और इस गिरफ्तारी ने उनका पूरा काम पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा, ”इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया विदेश मंत्रालय को राजनयिक माध्यमों से संबंधित अधिकारियों के व्यक्तिगत मामले को उठाने का निर्देश दें ताकि 16 भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित हो सके।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
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