पटना: बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह की बेटी की बुधवार को हुई शादी ने किसी सेलिब्रेटी की शादी से कम चर्चा नहीं बटोरी। जेल से परोल पर बाहर निकले आनंद मोहन सिंह की बेटी की शादी को उनका राजनीतिक अधिकार प्रदर्शन भी कहा जा रहा है। एक बड़े फार्महाउस में काफी भव्य तरीके से हुई शादी में करीब 15 से 20 हजार लोगों ने शिरकत की। शादी में बिहार के सियासी दिग्गज नौकर, शाहनवाज हुसैन, राजीव प्रताप रूडी सहित सभी पार्टियों के नेता पहुंचे, हालांकि दिल्ली में मौजूद तेजस्वी यादव नहीं आए।
मुंगेर के राजहंस सिंह से हुई सुरभि की शादी
बाहुबली नेता की बेटी से शादी मिथिलांचल की परंपरा से हुई। शादी से पहले सोशल मीडिया पर सुरभि आनंद की हल्दी और संगीत के रस्मों की कई तस्वीरें भी सामने आईं। तस्वीरों में वह मिथिला दुल्हन बनीं दिख रही थीं। आनंद मोहन की लाडली बेटी सुरभि आनंद की शादी मुंगेर के राजहंस सिंह से हो रही है। राजहंस भारतीय रेल सेवा के अधिकारी हैं। आनंद मोहन सिंह की बेटी की शादी पुरता के प्रसिद्ध विश्वनाथ फार्महाउस में हो रही है। 17 एकड़ में फैला यह फार्महाउस पुणे शहर से कुछ दूरी पर स्थित है।
बनाए गए थे 100 से ज्यादा तरह के व्यंजन
शादी में शामिल होने वाली अटकी भीड़ को लेकर फार्महाउस को 3 में जोड़ा गया था, माइलस्टोन, आईलैंड और गार्डन एरिया। शादी में आने वाले वीवीआईपी गेस्ट और वीआईपी गेस्ट के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से आईलैंड और लॉन एरिया को चुना गया था। माइलस्टोन को आम लोगों के लिए रखा गया था। इसके बाद शादी के सभी रस्में आईलैंड वाले एरिया में गए। परिवार के करीबियों के मुताबिक, शादी के लिए 100 से ज्यादा हाइलाइट्स बनाए गए थे जिनमें 3 लाख रसगुल्ले भी शामिल हैं। मिथिला के दस्तावेजों को भी शादी में शामिल किया गया।
जदयू के बड़े नेताओं के साथ सीएम भर्ती पहुंचे
आनंद मोहन और लवली आनंद की बेटी सुरभि की शादी में बारात के स्वागत के ठीक पहले जदयू के प्रमुख नेताओं के साथ सरकारी नौकरी कुमार भी पहुंचे। बिजली मंत्री के साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, वित्त मंत्री विजय चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी शादी में पहुंचे, हालांकि दमदार दिल्ली में ही रह गए। आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद राजद के विधायक हैं। बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय भी पहुंचे।
‘बेटी को आशीर्वाद देना कई राज्यों के लोग आए हैं’
आनंद मोहन ने कहा कि बेटी को आशीर्वाद दे महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि से भी कई मेहमान आए हैं। आनंद मोहन के गृह जिला सहरसा से भी करीब एक हजार लोग शादी में पहुंचे। आनंद मोहन ने कहा कि अभी परोल पर आया हूं, शीघ्र प्रस्थान की आशा है। आने वाले दिनों में फिर से राजनीति में सक्रिय होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आगे देखा जाएगा। बाहुबली के सवाल पर कहा कि मुझे बुरा नहीं लगता, लोगों ने इसे मेरे नाम के साथ चस्पा कर दिया है।
लवली आनंद ने पति के रिहा होने की उम्मीद जताई
पूर्व सांसद और आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद ने भी पति के निकट भविष्य में सजा पूरी होने के बाद रिहा होने की उम्मीद जताई। कुछ दिन पहले ही निकुकुमार ने महाराणा प्रताप जयंती पर लोगों के सामने आने की मांग को लेकर शोर मचाने पर संकेत दिया था कि आनंद मोहन की रिलीज को लेकर कानूनी रुकावटों को दूर कर रास्ता बनाया जा रहा है। एनडीए की सरकार बनी रहती है आनंद मोहन के समर्थक आनंद मोहन की रिलीज की मांग करते हैं लेकिन निवर्तमान कुमार ने उस पर कभी गौर नहीं किया।
लालू यादव ने आनंद मोहन की रिलीज का दबाव बनाया
हालांकि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद लालू यादव के दबाव के बाद आनंद मोहन की रिलीज की उम्मीद बढ़ेगी। सरकार ही बनी आनंद मोहन सहरसा जेल से जयपुर आने पर इलाज के दौरान पुणे में अपने घर पर चली गई और खगड़िया में सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम किया। इसकी शुरुआत में काफी चर्चा भी हुई थी। आनंद मोहन की राजपूत वोटरों पर अच्छी पकड़ देखी जाती है।