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इंग्लैंड के सैंड्रिंघम एस्टेट पर नजर रख रहे थे चीन के जासूसी कैमरे, खुलासे से दंग चीन का “जासूसी कैमरा” कर रहे हैं इंग्लैंड के सैंड्रिंघम टेक्सटाइल की निगरानी, ​​खुलासे ने उड़ान भरी होश

छवि स्रोत: फ़ाइल
चीन का जासूसी हिकविजन कैमरा

नई दिल्लीः चीन के जासूसी चश्मे के बाद “स्पाई कैमरा” से निगरानी के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। मीडिया रेटिंग्स में दावा किया गया है कि चीन के स्पाई कैमरा इंग्लैंड के राजा चार्ल्स की कंट्री सीट-विशाल सैंड्रिंघम एस्टेट में विभिन्न स्थानों पर स्थित थे। मेल ऑन संडे की रिपोर्ट के अनुसार चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा कंट्रोल कंपनी हिकवजिन द्वारा निर्मित सरकारी प्रौद्योगिकी का उपयोग राजा के आवास के अलावा कम से कम 5 नजरों में भी किया जा रहा था। महीनों बाद सूचना होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मंत्री ने इन जासूसी तकनीक को सभी संवेदनशील स्थानों से हटवाने का निर्देश दिया है।

मेल ऑन संडे ने दावा किया है कि हमारी जांच में कैमरा भी मिला है, जो चेहरे की पहचान तकनीक के साथ आते हैं। ये कैमरा यूके के स्वास्थ्य और समाज सेवा विभाग, ऊर्जा सुरक्षा विभाग और पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों के विभाग सहित व्हाइटहॉल मंत्रालय के प्रवेश द्वारों पर सूचित किए गए थे। Hikvision कैमरा यूके गवर्नमेंट इनवेस्टमेंट्स – ट्रेजरी की एक शाखा – के भवन में भी स्थित हैं, जो नेटवेस्ट, चैनल 4 और एचएम लैंड रजिस्ट्री जैसी स्टेट प्राधिकरण को चलाती है। पिछले हफ्ते यह भी पता चला था कि कैसे ब्रिटिश सैन्य ठिकाने अभी भी चीनी प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं।

अमेरिका में भी चीन के हिकविजन कैमरे प्रतिबंधित हैं

चीन की हिकविजन कंपनी के सीसीटीवी कैमरे अमेरिका में भी प्रतिबंधित हैं। हिकविजन ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से पहले की घटना में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ मिलकर काम किया है। ऐसे में इसके इस्तेमाल से होने वाले खतरों का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। इसलिए हिकविजन प्रौद्योगिकी को अमेरिकी सरकार द्वारा सभी संघीय दस्तावेजों से प्रतिबंधित कर दिया गया है। अब इंग्लैंड के मंत्री द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के रूटिंग स्थानों से उन्हें हटाने के आदेश के बावजूद, सम्राट के मुख्य आवासों में से एक, सैंड्रिंघम में नए नाटक क्षेत्र में चीनी निगरानी प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है।

हिकविजन चीनी सरकार को तस्वीर देने की बात करती है
चीनी कंपनी Hikvision के कैमरे में कई देश जासूस का काम कर रहे हैं। इसके बावजूद वह इंग्लैंड की किसी भी तस्वीर को चीनी सरकार को सौंपता है और कहता है कि यह ब्रिटेन के कानून का अनुपालन करता है। हालांकि, यह फर्म चीन के राष्ट्रीय खुफिया कानून के प्रति लापरवाह है, जो प्राधिकरण अपनी खुफिया सेवाओं को जानकारी सौंपने का आदेश दे सकता है। ऐसे में इंग्लैंड की जासूसी का आविष्कार नहीं किया जा सकता। हैरानी की बात है कि लंदन के सुरक्षा विभाग में Hikvision सीसीटीवी कैमरा देखा गया। जबकि सुरक्षा जोखिम का कहना है कि व्हाइटहॉल की इमारतें विशेष रूप से संवेदनशील हैं, क्योंकि मंत्री अक्सर उन दस्तावेजों का स्वागत करते हैं जिनके साथ वे सुरक्षा पर चर्चा करते हैं।

साल 2022 में इंग्लैंड के हेल्थ सेक्रेटरी ने हिकविजन कैमरे पर बैन लगा दिया था
पिछले साल अप्रैल 2022 में यूके के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने मंत्रालय में Hikvision प्रौद्योगिकी के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि उनमें से एक ने अपने पूर्व मैट हैंकॉक को अपनी प्रेमिका जीना कोलाएंजेलो को चूमते पकड़ा था। इसके बाद जून में विभाग ने टोरी सांसद इयान डंकन स्मिथ को बताया कि उसने सभी Hikvision तकनीक को हटा दिया है। अब यह घटना सामने आने के बाद बीती रात क्रोधित डंकन स्मिथ ने स्वास्थ्य मंत्रालय पर उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ‘मैं स्वास्थ्य सचिव [स्टीव बार्कले] इस पर स्पष्टीकरण देने के लिए लिखना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि ‘कुछ न कहना एक बात है, लेकिन इसके बारे में झूठ बोलना और यह कहना दूसरी बात है कि कैमरा हटा दिया गया।

बकिंघम पैलेस ने सुरक्षा पर टिप्पणी से इनकार किया
इंग्लैंड में कई जगह चीन का जासूसी कैमरा मिलने के बाद बकिंघम पैलेस ने सुरक्षा को लेकर किसी ने भी टिप्पणी नहीं की है। हालांकि प्रवक्ता ने कहा कि ‘हम आपके कर्मचारी, जमा और संगठन की सुरक्षा को बहुत अधिक ग्रैब लेते हैं।’ वहीं चीन के अंतर-संसदीय गठबंधन के ल्यूक डी पुलफोर्ड ने कहा: ‘इन प्रौद्योगिकी को हटाने का वादा करने के बाद इससे मिलने वाली सुरक्षा जिम्मेदारी से आंखें आपस में जुड़े की पराकाष्ठा है।’बिग ब्रदर वॉच के जेक हार्फर्ट ने कहा: ‘चीनी राज्य के मालिकाना हक वाले का यूके में कोई स्थान नहीं है। इन प्रौद्योगिकी को हमारी सरकार के केंद्र में ब्रिटिश दबंगों की निगरानी नहीं करनी चाहिए।’ वहीं सरकारी सूत्रों ने कहा कि हिकविजन तकनीक को सभी संवेदनशील स्थानों से हटवाना शुरू कर दिया गया है।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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