बृहस्पतिवार को जी20 विदेश मंत्री की बैठक में नई दिल्ली में किन के जयशंकर से मिलने की उम्मीद है, हालांकि यहां विदेश मंत्रालय ने इस बारे में चुप्पी साध रखी है।
चीन के विदेश मंत्री किन गांग और उनके भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के बीच बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में होने वाली मीटिंग से पहले बीजिंग ने बुधवार को कहा कि वह भारत के साथ अपने रिलेशन को महत्व देता है और दोनों के बीच ”मजबूत संबंध” ‘ दोनों देश और उनके लोगों के हित में हैं। बृहस्पतिवार को जी20 विदेश मंत्री की बैठक में नई दिल्ली में किन के जयशंकर से मिलने की उम्मीद है, हालांकि यहां विदेश मंत्रालय ने इस बारे में चुप्पी साध रखी है।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट अखबार ने इसे ब्रेकडाउन हटाने की यात्रा का करार दिया। गत दिसंबर में मेरे सामने वांग यी से पद संभालने के बाद किन की यह पहली भारत यात्रा है और जयशंकर से उनकी पहली मुलाकात होगी। पूर्वी संकेत गतिरोध को हल करने के लिए 17 दौर की उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता में दोनों देशों द्वारा प्रगति के आलोक में किन और जयशंकर की मुलाकात काफी जबरदस्त है।
जयशंकर के साथ किन की मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ मीनिंग ने बुधवार को यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, चीन भारत के साथ अपने संबंध को महत्व देता है। उन्होंने कहा, चीन और भारत प्राचीन सभ्यताएं हैं तथा दोनों में एक अरब से अधिक लोग रहते हैं। हम पड़ोसी हैं और दोनों उभरती हुई उद्योग हैं। चीन-भारत के बीच मजबूत संबंध दोनों देशों और लोगों के हित में हैं। माओ ने जयशंकर के साथ बैठक की पुष्टि किए बिना कहा कि किन की भारत यात्रा का विवरण समयबद्ध तरीके से जारी किया जाएगा।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।