
बिलासपुर अपहरण कांड- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (बिलासपुर) में प्रॉपर्टी डीलर अटार्नी अंसारी का बिलासपुर पुलिस ने अपहरण कर लिया है। अपहरण के बाद प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई है। बंधक कर्ज से परेशान होकर ब्लैकमेल करने के लिए प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण कर लिया था। योजना में असफल होने के बाद उसने हत्या की सदृश किया। मामले में महिला सहित तीन पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। सभी गिरफ्तारियां भिलाई (भिलाई) के रहने वाले हैं। पुलिस को स्टॉक करने की भरपूर कोशिश की, वहीं ताजा पानी पीने के लिए शव को केशकाल के जंगल (केशकाल वन) में फेंक दिया था।
पुलिस अपहरण का मामला दर्ज कर जांच में शामिल किया गया
दरअसल, बीते 4 नवंबर को सकरी क्षेत्र के निवासी प्रॉपर्टी डीलर वकील अंसारी घर से अंबिकापुर जाने के लिए निकले थे। लेकिन उसके बाद वे लापता हो गए। एक दिन बाद परिजनों को फोन आया कि वकील अंसारी का अपहरण हो गया है और अपहृता पैसे की मांग कर रहे हैं। जंजीर की पत्नी ने इसकी जानकारी सकरी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया मामले में जांच शुरू कर दी।
अन्य राज्यों में भी पुलिस ने कमजोर टीम
इस दौरान अंबिकापुर, कांकेर, कोंडागांव, सिकंदराबाद, आगरा, आगरा, मुथैथ और बिहार की भी टीम को पुलिस की टीम को जांच के लिए रवाना किया गया था। लेकिन प्रॉपर्टी डीलर का कोई मार्कर नहीं मिला। मामले में तकनीकी अनुमानों की जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि अपहृत का मोबाइल नंबर, फोन पे और एटीएम जहां इस्तेमाल हो रहा है, वहां कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर लगातार सक्रिय हो रहे हैं।
फिरौती से कर्ज चुकाने के लिए अपहरण किया था
पुलिस ने किसी चीज के आधार पर भलाई में दबिश देना शुरू किया। पुलिस ने संदेह के आधार पर हेमंत साहू को हिरासत में लेकर अलग-अलग पूछताछ की, जिसके बाद पूरा खुलासा हुआ। अगली रात, उनकी पत्नी संतोषी वर्मा और साथी गणेश यादव ने कर्ज से परेशान होकर ब्लैकमेल करने के लिए प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण कर लिया था। लेकिन योजना में असफल होने के बाद उन्होंने धारदार हथियार से वारकर प्रॉपर्टी डीलर वकील अंसारी की हत्या कर दी।
पुलिस से बचने के लिए साइट्स ने किया ये काम
पानी पीने और पुलिस से बचने के लिए तबाही के बाद जलजलाहट की कार को सेंदरी यात्रियों में छोड़ दिया और वकील के शव को केशकाल के जंगल में फेंक दिया था। बताया जा रहा है, एक ही माह पहले ही एक जंजीर विधायक अंसारी की मुलाकात भाटापारा में छलनी से हुई थी। यहां कर्ज से परेशान नौकरी की तलाश कर रहे थे।
इसी दौरान प्रॉपर्टी डीलर ने खुद का पेट्रोल पंप का मालिक बताया था। डायरेक्टर ने पैसों के लालच में प्रॉपर्टी डीलर को ब्लैकमेल करने की योजना बनाई और पूरा काम किया। बहरहाल, अपहरण, हत्या सहित अन्य अंश के मामले दर्ज कर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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