छत्तीसगढ़बिलासपुर

Chhattisgarh : बिलासपुर में शादी में चोरी करने वाला गैंग सक्रिय, पुलिस की लापरवाही से संदेही भागे

UNITED NEWS OF ASIA. बिलासपुर | में शादी के सीजन में चोरी करने वाला गैंग सक्रिय हो गया है। एक वैवाहिक आयोजन के दौरान गिरोह के सदस्य पार्टी में पहुंच गए और मौका मिलते ही दुल्हा-दुल्हन को गिफ्ट में लिफाफा और गहनों को चोरी कर ले गए। इसकी भनक लगते ही आयोजकों ने पुलिस को जानकारी दी। लेकिन, पुलिस ने लापरवाही बरती और तत्काल जांच करने के बजाए स्टाफ नहीं होने का बहाना बनाती रही। जिसकी वजह से संदेही भाग निकले। दूसरे दिन पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच करने का दावा कर रही है। घटना चकरभाठा थाना क्षेत्र की है।

चकरभाठा के वार्ड नंबर सात में रहने वाले निखिल तिवारी नगर सैनिक हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके साले राहुल पांडेय की शादी थी। विवाह के बाद बोदरी स्थित मंगल भवन में प्रीति भोज का आयोजन किया गया था। परिजनों ने दुल्हा-दुल्हन को मिले उपहार, लिफाफे को एक टेलब में रखा था। इसके साथ ही जेवर एक थैला में रखकर टेबल पर रख दिया था।

समारोह में व्यस्त होते ही गायब हुआ गिफ्ट और थैला इस दौरान आयोजक परिवार के सदस्य समारोह में मेहमाननवाजी करने में व्यस्त हो गई। इसी बीच गहनों से से भरा थैला और उपहार टेबल से गायब हो गए। इसकी जानकारी मिलते ही शादी घर में हड़कंप मच गया। इस दौरान संदेहियों की खोजबीन शुरू कर दी।

वीडियो में डीजे वाला थैला ले जाते दिखा परेशान परिजनों ने तत्काल वैवाहिक कार्यक्रम का वीडियो की जांच की। वीडियो में डीजे में काम करने वाला शिव साहू थैला लेकर जाते हुए दिखा। जिस पर आयोजकों ने उसे पकड़कर पूछताछ की। साथ ही इस घटना की जानकारी चकरभाठा थाने में भी दी। संदेही शिव साहू के कब्जे से सात हजार रुपए मिले हैं। परिजनों ने संदेही युवक और उससे बरामद पैसों को पुलिस को सौंप दिया।

पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप निखिल और उनके परिजनों काआरोप है कि पुलिस की लापरवाही के कारण आरोपी भागने में कामयाब हो गए। पीड़ित पक्ष ने बताया कि चोरी की जानकारी मिलते ही उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची तब तक संदेही पकड़ में आ गया था। उसके पास से जेवर नहीं मिले। इससे आशंका है कि उसके और साथी आसपास ही मौजूद रहे होंगे। परिजनों ने पुलिस से उसके साथियों की तलाश करने कहा। इस पर काम ज्यादा और स्टाफ कम होने का हवाला देकर उनकी शिकायत तक नहीं लिखी गई। न ही संदेहियों की पतासाजी की गई। दूसरे दिन उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। उनका आरोप है कि पुलिस तत्परता दिखाती तो चोरी के जेवर और रुपए मिल जाते। अन्य आरोपी भी उसी समय पकड़ में भी आ जाते।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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