
UNITED NEWS OF ASIA. बलरामपुर। शासकीय राशन दुकान से राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत आम है, लेकिन अगर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति बाहुल्य गांव में इस तरह की गड़बड़ी हो तो मामला संगीन हो जाता है. ऐसा ही एक मामला मामला बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत महादेवपुर से सामने आया है.
ग्राम पंचायत महादेवपुर स्थित शासकीय राशन दुकान के संचालक द्वारा राशन वितरण में हेरा-फेरी की शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर से की है. ग्रामीणों ने कलेक्टर को दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि संचालक हर महीने राशन तो देता है, लेकिन तौल में हेरा फेरी भी करता है. तराजू से छेड़छाड़ कर कमोबेश हर हितग्राही को मिलने वाले चावल में डेढ़ से दो किलो कम देता है.
ग्रामीणों का आरोप है कि इस संबंध में कई बार फूड इंस्पेक्टर प्रशांत राजवाड़े से भी शिकायत की है, लेकिन फूड इंस्पेक्टर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है. यही नहीं फूड इंस्पेक्टर उन्हें जहां चाहे वहां शिकायत करने की चुनौती देते हुए कहता है कि मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे. फूड इंस्पेक्टर की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों ने मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर का फैसला लिया है. मामले की जानकारी के लिए फूड इंस्पेक्टर से संपर्क किया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.



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