
UNITED NEWS OF ASIA. राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में भारतीय खाद्य निगम में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया था। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित परिवार लालबाग थाने के सामने पंडाल लगाकर धरना दे रहा है। पीड़ितों ने बताया कि 7 माह पहले मामले की FIR लालबाग थाने में हुई है। लेकिन अभी तक आरोपी पकड़े नहीं गए।
पीड़ितों ने अनुविभागीय अधिकारी को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। पीड़ित कुमार सोनवानी और हरीश गंजीर ने बताया कि आरोपी जीतराम विश्वकर्मा, राम कुमार लकड़ा और कृष्णा सोनवानी के खिलाफ लालबाग थाने में 28 जनवरी को ठगी का मामला दर्ज कराया गया है। आरोपियों ने लगभग 26 लाख रुपए नौकरी लगाने के नाम पर लिया था।
आठवीं बटालियन मेजर के पद पर पदस्थ हैं आरोपी
दरअसल, रामकुमार लकड़ा और जीतू राम विश्वकर्मा दोनों आठवीं बटालियन मेजर के पद पर पदस्थ हैं। लकड़ा और विश्वकर्मा ने पीड़ितों को झांसे में लिया कहा कि बड़े अधिकारियों से हमारे अच्छे संबंध है। वह पीड़ितों के दोनों बेटों को भारतीय खाद्य निगम में मैनेजर के पद पर नौकरी लगवा देंगे।
पीड़ितों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
पैसे लेने के बाद न तो नौकरी लगी और न ही रुपए लौटाए। पीड़ितों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस उन्हें अग्रिम जमानत के लिए अप्रत्यक्ष रूप से मौका दे रही है। उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा सोमवार को राजनांदगांव दौरे में थे। इसी दौरान पीड़ित परिवार लालबाग थाना के सामने पंडाल लगाकर धरने में बैठा था। सीएसपी पुष्पेंद्र नायक के आश्वासन के बाद पीड़ितों ने धरना समाप्त किया।



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