UNITED NEWS OF ASIA. कोरबा ।वनांचल क्षेत्र में मलेरिया के प्रकोप के बीच शहरी क्षेत्र में राहत की बात है कि मुड़ापार में मिले डेंगू के 12 संदिग्ध मरीज में 6 की एलाइजा टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव मिली है। वहीं 6 संदिग्ध मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट मंगलवार को मिलेगी।
शहर का मुड़ापार वार्ड में आने वाले एसईसीएल कॉलोनी में पूर्व में कई बार डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। जिले का पहला मरीज भी एसईसीएल कॉलोनी से ही मिला था। इस कारण से एसईसीएल कॉलोनी को डेंगू के लिए संवेदनशील माना जाता है। कॉलोनी के ही निकट मुड़ापार बस्ती में एक साथ डेंगू के 12 संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया था। संदिग्ध मरीजों की जांच रैपिड किट से हुई थी, जबकि डेंगू की पुष्टि एलाइजा टेस्ट के बाद ही होती है।
इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पहुंचकर संदिग्ध मरीजों का सैंपल लिया था। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एलाइजा टेस्ट कराया गया, जहां से स्वास्थ्य विभाग को 6 संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है, जबकि अन्य 6 संदिग्ध मरीज की टेस्ट रिपोर्ट मंगलवार को मिलेगी। दूसरी ओर नगर निगम के स्वास्थ्य अमले ने शहरी क्षेत्र के अन्य वार्डो में डेंगू व मलेरिया की रोकथाम के लिए एहतिहातन सफाई बढ़ा दी है। साथ ही ब्लीचिंग पावडर व एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव कराया जा रहा है।
मलेरिया की रोकथाम के लिए बारिश में भी लगा रहे कैंप वनांचल क्षेत्र लेमरू व श्यांग क्षेत्र के गांवों में मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम बारिश के दौरान भी लगातार कैंप लगा रही है। बीएमओ डॉ. दीपक सिंह राज के मार्गदर्शन और निगरानी में चल रहे कैंपों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा घर-घर पहुंचकर रेपिड फीवर सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान मौके पर ही पीड़ितों को दवाइयां खिलाई जा रही है। गंभीर स्थिति होने पर एंबुलेंस के जरिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में रेफर कराया जा रहा है।