
UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। जिला के साजा तहसील अंतर्गत ग्राम पथर्रीकला के 35 किसान 20 साल से सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर हैं। बतादे कि गावँ के समीप चारभाठा जलाशय से 20 साल पहले किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए जल संसाधन विभाग की ओर से नहर लाइनिंग का कार्य कराया गया। जिसमें किसानों के खेती की जमीन नहर लाइनिंग निर्माण के लिए अधिग्रहण किया गया था।
जहां प्रभावित किसानों को आजतक मुआवजा की फूटी कौड़ी नहीं मिली। और किसान सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। जिससे परेशान दो दर्जन से अधिक किसान जिला कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचे। जहां कलेक्टर से रणबीर शर्मा से मुलाक़ात कर मुआवजा राशि दिलाने गुहार लगाई है। वही मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों ने चक्का जाम कर आंदोलन करने की चेतावनी दिए हैं। वही मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर रणवीर शर्मा ने इरिगेशन विभाग के ईई को जल्द से जल्द किसानों को उनके मुआवजा राशि दिलाने निर्देश दिया है।
#WATCH #Chhattisgarh : पथर्रीकला के किसान 20 साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने मजबूर, मुआवजे के लिये कलेक्टर से लगाई गुहार, नही मिलने पर चक्काजाम कर आंदोलन की चेतावनी… pic.twitter.com/fPgA2bw7Ho
— UNITED NEWS OF ASIA (@unanews01) July 3, 2024



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