UNITED NEWS OF ASIA. बिलासपुर। नगर निगम के कांग्रेस पार्षद अमित कुमार सिंह के विरुद्ध सरकंडा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। दअरसल कथित कांग्रेस पार्षद नगर निगम की बहतराई रोड स्थित दुकानों के दुकानदारों को फर्जी रसीद थमाकर हर महीने किराया वसूला था। आरोप है कि दुकान आबंटन के लिए उसने सभी दुकानदारों से रुपए भी लिए हैं।
‘दैनिक भास्कर’ ने निगम की दुकानों का फर्जी रसीद थमाकर अवैध वसूली करने के मामले में सबसे पहले 4 जुलाई को खबर प्रकाशित की। इस मामले में नगर निगम कमिश्नर ने जांच के निर्देश दिए। नगर निगम में 4 साल में अवैध वसूली का यह दूसरा मामला है, इससे पहले भाजपा के एक पार्षद पर दुकान आबंटन के नाम पर वसूली का आरोप लगा था, जिसके बाद उसने खुदकुशी कर ली थी।
7 दुकानदारों से किराया वसूलता रहा
नगर निगम द्वारा बहतराई रोड पर 5 साल पहले मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत 40 दुकानों का निर्माण कराया गया है। इनमें से 7 दुकानों को कांग्रेस पार्षद अमित कुमार सिंह ने फर्जी रसीद काटकर किराए पर दे दिया। इसकी शिकायत निगम के अधिकारियों से की गई।
हर एक से 18,700 रुपए वसूले
कांग्रेस पार्षद द्वारा निगम की दुकानों का किराया वसूलने की शिकायत जब निगम कमिश्नर तक पहुंची तो उन्होंने संपदा शाखा के डिप्टी कमिश्नर सती यादव, जोन कमिश्नर अरुण कुमार साहू, सहायक अभियंता सोम शेखर विश्वकर्मा, कार्यालय अधीक्षक राजेश देवांगन की टीम को पूरे मामले की जांच करने कहा।
टीम ने मौके पर पहुंचकर दुकान संचालकों से पूछताछ की तो दुकान संचालक सरस्वती साहू, सुमित्रा साहू, दिलीप ठाकुर, विजय लक्ष्मी बोलर ने बताया कि पार्षद अमित कुमार सिंह ने उनसे 18 हजार 700 रुपए लेकर नगर निगम की रसीद दी है। रसीद की जांच करने पर वह फर्जी पाई गई।
इसी आधार पर निगम कमिश्नर ने पार्षद के खिलाफ जुर्म दर्ज करने एसपी को पत्र लिखा। साथ में निगम अमले की जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंपी गई । जांच रिपोर्ट और दुकान संचालकों के बयान के आधार पर सरकंडा थाना पुलिस ने धारा 420, 467, 468 और 417 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
भास्कर की खबर का असर
बिलासपुर में नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने नगर निगम की दुकानों का किराया अवैध रूप से वसूलने वाले पार्षद के विरुद्ध एफआईआर करने के लिए एसपी रजनेश सिंह को पत्र लिखा है। वार्ड नंबर 50 बैरिस्टर छेदीलाल नगर का कांग्रेस पार्षद अमित कुमार सिंह निगम की फर्जी रसीद देकर निगम की दुकानों का किराया अरसे से वसूल रहा था। शिकायत पर जांच में मामला सही पाया गया।
मेयर बोले- गलत किया है तो कार्रवाई होगी
महापौर रामशरण यादव का कहना है कि यदि कोई पार्षद गलत कार्य करता है, उसके विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। इधर पार्षद अमित कुमार सिंह का मोबाइल कल से बंद है। बता दें कि नगर निगम में गड़बड़ घोटाले का यह पहला मामला नहीं है।
वार्ड नंबर 50 में मुख्यमंत्री स्वाललंबन योजना के अंतर्गत 40 दुकानों का निर्माण 2019-20 के दौरान किया गया था। वार्ड पार्षद फर्जी रसीद के सहारे दुकानदारों से किराया वसूल करता रहा और जोन या बाजार विभाग के अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। मामले की शिकायत जब निगम कमिश्नर से की गई तो उन्होंने जांच के आदेश दिए, जिसमें शिकायत सही पाई गई।
जांच टीम ने सारी रसीदें फर्जी पाईं
फर्जी रसीद से किराया वसूलने के मामले में निगम कमिश्नर अमित कुमार ने जांच के लिए टीम का गठन किया। इस पर टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि निगम की रसीद से किराया नहीं कटा है। इसके बाद दुकानदारों की रसीद लेकर जांच की गई तो वह फर्जी साबित हो गई।
निगम को लाखों की चपत
दुकानदारों के बयान और रसीद की जांच में यह साबित हो चुका है कि वार्ड पार्षद अमित कुमार सिंह फर्जी रसीद के सहारे निगम की दुकानों का किराया लंबे समय से वसूल रहा था। उसे निगम कोष में जमा नहीं किया गया। इस तरह यह निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का मामला बन गया। नगर निगम कमिश्नर ने तत्काल मामले को पुलिस में देते हुए केस चलाने के लिए एसपी को पत्र लिखा है।
लेखा विभाग ने काटी गई रसीद को फर्जी बताया
जांच टीम ने दुकानदारों को पार्षद द्वारा दी गई रसीद के बारे में पता किया कि आखिर संबंधित नंबर की रसीद किस विभाग से जारी हुई है। कार्यालय सहायक प्रकाश मिश्रा ने बताया कि संबंधित नंबर की रसीद लेखा विभाग को दी गई है, जिस पर लेखाधिकारी नरेश देवांगन को इसे सत्यापन के लिए भेजा गया, तो उन्होंने सारी रसीदों को फर्जी बताया। लेखा विभाग से उक्त दुकानों के किराया के संबंध में कोई रसीद नहीं काटी गई थी।