United News Of Asia. कांकेर,जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में 16 अप्रैल को पुलिस और नक्सलियों के बीच करीब साढ़े 5 घंटे तक मुठभेड़ हुई। DRG और BSF के जवानों ने नक्सलियों के ठिकाने में घुसकर उनके 29 सदस्यों का एनकाउंटर कर दिया। मुठभेड़ के वक्त नक्सली दोपहर का खाना खाकर बेफिक्र होकर बैठे थे।
इनका कमांडर शंकर राव मीटिंग लेने की तैयारी कर रहा था। करीब 250 से 300 मीटर तक जवान उनके करीब पहुंच गए थे। इसके बाद मौका मिलते ही हमला कर दिया।
इस मुठभेड़ का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ जवान पोजीशन लेते हुए नजर आ रहे हैं। फायर करते हुए आगे भी बढ़ रहे हैं। जिस जवान ने वीडियो बनाया, वह कह रहा है कि ‘एकदम आगे नहीं… आड़ लेते हुए… पीछे वाले फायर मत करना। ज्यादा नजदीक मत जाओ।’
- अब सिलसिलेवार पढ़िए इनसाइड स्टोरी…
पहला दिन : तारीख 15 अप्रैल… पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी कि, कांकेर के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के हापाटोला के जंगल में नक्सली मौजूद हैं। यहां नक्सलियों के उत्तर बस्तर डिवीजन का कमांडर शंकर राव आया हुआ है। अपने साथियों की बैठक लेने वाला है। उनके साथ करीब 40 से 50 नक्सलियों का जमावड़ा है।
मुखबिर की इसी सटीक जानकारी के बाद सोमवार देर शाम DRG और BSF के जवानों को मौके के लिए रवाना किया गया था।
दूसरा दिन- 16 अप्रैल को पहाड़, नदी-नाले पार कर करीब 300 से 400 जवान नक्सलियों को घेरने उनके गढ़ में घुस गए। नक्सली जिस जंगल को अपना सुरक्षित ठिकाना मानकर रुके थे, वह टेकरी वाला इलाका था। लगभग 1 से डेढ़ बजे के बीच जवान नक्सलियों के ठिकाने के नजदीक पहुंच गए थे। जवानों और नक्सलियों के बीच की दूरी महज 250 से 300 मीटर ही थी।
पेड़ और मेड़ का सहारा लेकर जवान छुप गए। जहां नक्सली मौजूद थे, उस पूरे इलाके को चारों तरफ से घेरा गया। यहां नक्सली कमांडर शंकर अपने साथियों के साथ खाना खाकर निश्चिंत बैठा था। सूत्रों के मुताबिक एनकाउंटर से कुछ देर पहले शंकर अपने साथियों की मीटिंग करने वाला था। इसके पहले ही ठीक 2 बजे पुलिस ने फायर खोल दिया।
समय 3 बजकर 30 मिनट- शुरुआती फायरिंग में ही करीब 2 से 3 नक्सली मारे गए थे। उन्हें जब तक संभलने का मौका मिलता, तब तक जवानों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं थीं। दोनों तरफ से जमकर गोलीबारी हुई। 3 से 3:30 बजे तक जवानों ने 8 नक्सलियों के शव और हथियार बरामद कर लिए थे। इसके बाद और गोलीबारी हुई।
समय शाम 7 बजकर 30 मिनट करीब साढ़े 5 घंटे तक मुठभेड़ चली। फायरिंग रुकी तो जवानों ने मुठभेड़ वाले इलाके की सर्चिग की। जहां फोर्स ने पहले 18 और फिर बाद में 11 और, इस तरह कुल 29 नक्सलियों के शव बरामद किए। इस मुठभेड़ में जवानों ने 8-8 लाख के इनामी नक्सली लीडर शंकर राव और ललिता को ढेर कर दिया। कुछ नक्सली घायल भी हुए हैं, जो मौके से भाग निकले।
AK-47 और इंसास राइफल रखते थे दोनों नक्सली लीडर ललिता और शंकर उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी में नक्सलियों साल थी। ये अपने पास इंसास राइफल रखती थी। वहीं, शंकर की उम्र करीब 47 साल थी। वह अपने पास AK-47 रखता था।
- मूंछ पर ताव देकर जवान बोला- हमने बहादुरी से मुकाबला किया
इस मुठभेड़ में 3 जवान जख्मी हुए हैं, जिन्हें रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती किया गया है। हालांकि, तीनों की हालत खतरे से बाहर है। मंगलवार देर शाम छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा जवानों से मिलने पहुंचे। इनमें बेड पर लेटे एक जवान ने अपनी मूंछों पर ताव देकर कहा- सर हम मरने से डरते नहीं, पूरी बहादुरी से लड़े हैं। 29 को मार गिराया है।
- दक्षिण इलाके में फोर्स आक्रामक, अब उत्तर की तरफ नक्सलियों का रुख
छत्तीसगढ़ के दक्षिण में बस्तर संभाग है। अब BJP की सरकार आने के बाद सभी नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस
फोर्स आक्रामक हो गई है। नक्सलियों के खिलाफ एक के बाद एक ऑपरेशन लॉन्च किए जा रहे हैं। पिछले करीब तीन महीने में जवानों ने 79 नक्सलियों को मार गिराया है।
यह इस साल का सबसे बड़ा ऑपरेशन है। ऐसे में नक्सली बार-बार अपना ठिकाना बदल रहे हैं। जिससे अलग-अलग जिलों की पुलिस के रडार पर आ रहे हैं। उन्हें मारने में जवानों को कामयाबी मिल रही है। सूत्र बता रहे हैं कि दक्षिण में जवानों के आक्रामक होने की वजह से अब नक्सलियों का रुख उत्तर छत्तीसगढ़ की तरफ है। कुछ नक्सली अपना एरिया छोड़कर जा भी चुके हैं।