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छत्तीसगढ़ समाचार हंदवाड़ा जलप्रपात को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है

छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मौजूद हांदावाड़ा जलप्रपात (हंदवाड़ा जलप्रपात) जल्द ही पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित होने वाला है, वर्ष 2022 के वर्ष और दिसंबर महीने में जलप्रपात को देखने के लिए यहां 500 से अधिक सैलानी पहुंचे थे। हूबहू बाहुबली फिल्म में दिखाई गई जलप्रपात की दिखने वाली हांडावारा जलप्रपात छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक दर्ज और छत जलप्रपात में शुमार है, यही कारण है कि नए साल पर इस जलप्रपात को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि अब तक इस जलप्रपात के पास दिखने के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी, लेकिन अब स्थानीय प्रशासन ने हांदावाड़ा को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने का फैसला किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सकें कुशल। यहां तक ​​पहुंचने के लिए स्थानीय सोच ने लकड़ियों के पुल का भी निर्माण किया है। यहां के ग्रामीण भी चाहते हैं कि यदि यहां स्थायी पुल बन जाता है तो यहां चिपकने वाले माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।

ग्रामीण बनाए रखते हैं जोखिम का ख्याल
हांदावाड़ा कभी-कभी डरावने लोगों का गढ़ बन गया था, सैनिकों के लिए यह क्षेत्र जोन में शामिल हो गया था। पिछले दो दशकों से हंदवाड़ा झरने के निवासियों का व्यवसाय था, यहां ना ही कोई पर्यटक पहुंच सकता था और ना ही स्थानीय ग्रामीण प्रवाह हो सकता था, लेकिन बारसूल-पल्ली में पुलिस शिविर के बाद इस क्षेत्र को स्वतंत्र बनाने के लिए पुलिस के चयन के लिए ने जी ब्रेक वर्क की और पहली बार साल 2022 में यहां आम झलक का भी आना-जाना शुरू हुआ। और तो और नवंबर और दिसंबर महीने में तो हांडावाड़ा वाटरफॉल में सालों का रिकॉर्ड टूट गया। सैकड़ों की संख्या में पर्यटक इस खूबसूरत जलप्रपात को देखने पहुंचे। व्यवस्थाओं की कमी से अभी भी स्थानीय ग्रामीण हांडावाड़ा वाटरफॉल में पहचानने वाले का ख्याल रखते हैं।

इस जलप्रपात की जानकारी देने के लिए ब संयुक्त ग्रामीण युवा भी मौजूद हैं। स्थानीय स्थिरता का कहना है कि यदि हांदावाड़ा जलप्रपात को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाता है, तो निश्चित रूप से उन्हें भी रोजगार मिल सकता है और अधिक से अधिक संख्या में पर्यटक इस जलप्रपात की सुंदरता को देखें। उन्होंने बताया कि अभी भी यहां तक ​​पहुंचने के लिए झुकने को करीब 5 से 6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है, लेकिन रास्ता तय करने वाले नाले पर लकड़ियों का एक पुल बनाया जाता है, जिसके माध्यम से चार पहिया वाहन भी हांडावारा वाटरफॉल के करीब 2 किलोमीटर पहले तक पहुँच रहे हैं।

पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
देश-दुनिया से हांदावाड़ा वाटरफॉल की खूबसूरती देखने देश पहुंच रहे का कहना है कि अगर स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग इस हांडावाड़ा जलप्रपात को पर्यटन स्थल में विकसित करता है तो यह छत्तीसगढ़ के सबसे खूबसूरत और खूबसूरत जलप्रपात में शुमार होगा, क्योंकि इसकी ऊंचाई और कल-कल हुआ बहता पानी यहां दिखने वाले को मनमुग्ध कर देता है। हालांकि यहां पढ़ने की सुविधा के लिए काफी कुछ विकसित किया गया है, अगर प्रशासन इस पर ध्यान देता है तो यह पर्यटन विभाग के आय के साथ-साथ स्थानीय स्थिति के लिए भी रोजगार का साधन बन सकता है।

जलप्रपात के आसपास जा रहे निर्माण कार्य
डेंटेरा के कलेक्टर विनीत नंदनवार का कहना है कि हांडावाड़ा जलप्रपात तक पहुंचने के लिए प्रशासन द्वारा सड़क बनाई जा रही है, साथ ही पर्यटन विभाग को भी इसे विकसित करने के लिए पत्र लिखा गया है। अगर पहले से बजट मिल जाता है तो यहां रहने की सुविधा के लिए कॉटेज के साथ-साथ खाने पीने के लिए फूड स्टॉल और अन्य जरूरी निर्माण कार्य तंत्र। बस प्रशासन द्वारा यहां तक ​​पहुंचने के लिए सड़क के निर्माण कार्य और अन्य निर्माण कार्य की भी रूपरेखा बनाई जा रही है।

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