UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। ईआरएसएस (डॉयल 1070-आपदा प्रबंधन आपातकालीन नम्बर) का संचालन भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राष्ट्रिय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा सी-डेक, तिरूवनंतपुरम एवं राज्य सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य प्रदेश में किसी आपदा के समय जन समुदाय को त्वरित सहायता उपलब्ध कराना है। यह सेवा आपातकालीन स्थिति में नागरिकों को तुरंत मदद प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे आपदा के प्रभाव को कम किया जा सके और राहत कार्यों को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके।
जन समुदाय द्वारा बाढ़, अग्नि दुर्घटना, आकाशीय बिजली दुर्घटना, सर्पदंश आदि जैसी आपदाओं में सहायता हेतु डॉयल 1070-आपदा प्रबंधन आपातकालीन नम्बर पर सम्पर्क किया जा सकता है। इस नम्बर के प्रचार-प्रसार के लिए विभाग द्वारा एक प्रारूप तैयार किया गया है, जिससे अधिक से अधिक लोग इस सेवा के बारे में जान सकें और आपदा के समय त्वरित सहायता प्राप्त कर सकें। अनुभाग, तहसील, और ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इसके तहत कोटवार द्वारा मुनादी करवाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोगों को डॉयल 1070-आपदा प्रबंधन आपातकालीन नम्बर की जानकारी मिल सके और वे आपदा के समय इसका लाभ उठा सकें।
कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन में जिले में डॉयल 1070-आपदा प्रबंधन आपातकालीन नम्बर का प्रचार-प्रसार व्यापक स्तर पर करने के निर्देश दिए है। जिलाधीश ने स्थानीय समाचार पत्रों, रेडियो, और टीवी चैनलों के माध्यम से इस नम्बर की जानकारी साझा की जा रही है। उन्होंने प्रमुख स्थानों पर पोस्टर और बैनर लगाने को कहा जिनमें आपातकालीन नम्बर और उससे मिलने वाली सेवाओं की जानकारी आमजनों तक पहुँचे। स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने योजना बनाने के निर्देश हैं , ताकि छात्र और शिक्षक इस नम्बर की जानकारी अपने परिवार और समुदाय में फैला सकें। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी इस नम्बर के बारे में जानकारी साझा की जाएगी। इसके अलावा गांवों में कोटवार द्वारा मुनादी करवाकर लोगों को इस नम्बर की जानकारी दी जा रही है। इन सभी प्रयासों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जिले के प्रत्येक नागरिक को आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता प्राप्त हो सके।