
UNITED NEWS OF ASIA. जशपुर।नगर सावन का महीना शुरू होते ही वर्षा मेहरबान है। जून के पूरे महीने और जुलाई के 20 दिन में जितनी बारिश नहीं हुई, उससे कहीं अधिक बीते सात दिन में हुई है। बीते सोमवार से रविवार के बीच जिले में 343.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि सावन शुरू होने से पहले 21 जून की स्थिति में जिले में सिर्फ 229.1 मिमी बारिश हुई थी। सावन से पहले तक किसान बारिश को लेकर चिंतित थे,
क्योंकि खेती के लिए पर्याप्त बारिश नहीं हो पा रही थी। घने बादल तो छा रहे थे, पर सिर्फ रिमझिम बारिश हो रही थी। अंकिरा के किसान जोगपाल का कहना है कि इस बारिश से सिर्फ जमीन में नमी थी। धान सहित अन्य फसलों का रोपा लगाने जितना पानी खेतों में होना चाहिए, उतना पानी नहीं होने िकसान चिंतित थे, पर अब खेतों में पर्याप्त पानी जमा हो चुका है। इससे रोपाई के काम ने रफ्तार पकड़ ली है।
जिले में इस साल धान के साथ मक्के की पैदावार भी वृहद पैमाने पर की जा रही है। दोनों ही फसलों को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। सात दिनों की बारिश ने अब किसानों के माथे से चिंता की लकीरें हट गई हैं। रविवार की सुबह झड़ी के बीच सारूडीह सड़क का नजारा।
इस सप्ताह भी रोजाना बारिश: मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार इस सप्ताह भी रोजाना बारिश की उम्मीद है। धूप निकलने की संभावना है। बीते सप्ताह सिर्फ एक दिन शुक्रवार को लोगों को कुछ घंटे के लिए सूरज के दर्शन हुए थे। पूरे सप्ताह घने बादल छाए रहे और झड़ी का मौसम बना रहा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस पूरे सप्ताह भी सूरज के दर्शन के उम्मीद कम है। रोजाना घने बादल छाए रहेंगे। तेज बारिश और झड़ी का मौसम बना रहेगा। 15 अगस्त तक पूरा हो जाएगा फसल लगाने का काम कृषि विभाग के मुताबिक अबतक करीब 74 फीसदी भू-भाग पर फसल लगी है। क्षेत्र में रोपाई का काम जोरों पर चल रहा है।
इस साल बारिश देर से शुरू होने की वजह से खेती भी देर से शुरू हुई है। हर साल जिले में रोपाई का काम अगस्त महीने तक चलता है। बीते साल अगस्त के महीने में अच्छी बारिश हुई थी, इसलिए रोपाई का काम देर से शुरू हुआ था। पर इस साल रोपाई समय रहते शुरू हो चुकी है। इसलिए संभावना है कि 15 अगस्त से पहले खरीफ की शत-प्रतिशत फसल लग जाएगी।



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