नई दिल्ली: बागेश्वर धाम सरकार के नाम से धीरे-धीरे प्रसिद्ध चंद्र शास्त्री लगातार सामने आ रहे हैं। अब छत्तीसगढ़ के मंत्री कवासी लखमा ने धीरे-धीरे जाने वाले शास्त्रों को चुनौती दी है। मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि यदि बाबा छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण की बात साबित करेंगे, तो वो राजनीति छोड़ें। लेकिन ऐसा नहीं कर पाने पर बाबा को पंडित टिपणी टिपण्णी। दरअसल, एक वीडियो में धीरे-धीरे कृष्ण दावा करते हैं आ रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में धर्म उलटा हो रहा है।
“… नहीं तो बाबा को पंडित ने बताया”
बागेश्वर धाम के इस बाबा को चैलेंज करने वाले सिर्फ नागपुर में ही नहीं, उसी छत्तीसगढ़ में भी हैं जहां वो इन दिनों राम कथा के सामने पेश हुए हैं। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने भी धीरे-धीरे चंद्र शास्त्री को चुनौती दी है। लखमा ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले नहीं हैं। अगर पंडित धीरे-धीरे शास्त्री इसे साबित कर देते हैं, तो मैं राजनीति छोड़ देता हूं और अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो उन्हें पंडिताई छोड़ें।
नागारा के श्याम मानव ने दी थी चुनौती
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरे-धीरे जाने वाले कृष्ण शास्त्री और उनके दरबारों की अलग-अलग मान्यताएँ हैं। विवाद बढ़ता ही जा रहा है। धीरेचंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागारा के श्याम मानव की चुनौती का जवाब देने के लिए रायपुर में चल रहे राम कथा दरबार को चुना। नागपुर से बाबाजी का जब विवाद हुआ तो उस चैलेंज का जवाब धीरे-धीरे चंद्र कृष्ण शास्त्री ने रायपुर से दिया। धीरे-धीरे शास्त्री ने चुनौती के जवाब में चुनौती देते हुए कहा कि चुनौती स्वीकार है। रायपुर की रामकथा के दरबार में बागेश्वर धाम के बाबा एक के बाद एक चैलेंज को स्वीकार कर रहे हैं। उन्हें कैमरे पर साबित करने का दावा कर रहे हैं। लेकिन उन्हें चुनौती देने वाले नागपुर के सभी भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव बाबा के दृश्यों से नकार रहे हैं।
विश्व हिंदू परिषद और रामदेव का समर्थन
एक तरफ़ धीरे-धीरे बढ़ते हुए शास्त्रों को चुनौती दी जा रही है तो दूसरी तरफ़ उनके कारोबारियों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। विश्व हिंदू परिषद ने धीरे-धीरे शास्त्री के समर्थन में प्रदर्शन किया तो अब उनके समर्थन में योगगुरु स्वामी रामदेव भी आ गए हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि सनातन धर्म को बदनाम करने के लिए सामूहिक रूप से चलाया जा रहा है। संतों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है।