
UNITED NEWS OF ASIA. राजनादगांव । नया जिला बनने के बावजूद मानपुर अब भी ग्राम पंचायत है। ब्लॉक मुख्यालय होने के बावजूद यहां की शहरी आबादी के लिए पंचायत क्षेत्र होने की वजह से विकास की गति नहीं बढ़ पा रही है।
जिला बनने के बाद भी निकाय क्षेत्र से मानपुर वंचित है। इसकी पीड़ा को गुरुवार को दौरे में पहुंचे सांसद संतोष पांडेय के समक्ष रखी गई है। इस संबंध में है। उनकी मांग है कि अगले बजट में मानपुर को ग्राम पंचायत की जगह नगर पंचायत का दर्जा दिया जाना चाहिए ताकि क्षेत्र का विकास और भी तेज गति से हो सके।
राजनांदगांव से अलग जिला बनने के बाद मोहला और मानपुर ब्लॉक मुख्यालय तो हैं लेकिन वर्तमान में यह नगरीय निकाय में नहीं आता है। जिले में सिर्फ अंबागढ़ चौकी में ही नगर पंचायत है। जिला मुख्यालय मोहला भी वर्तमान में ग्राम पंचायत है।
वहीं मानपुर जैसे बड़े ब्लॉक को अब भी पंचायत की वजह से कई सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। राजनांदगांव से अलग जिला बनने के बाद यहां के लोगों को उम्मीद थी कि क्षेत्र का तेजी से विकास होगा लेकिन फिलहाल उस गति से काम नहीं हो पा रहे हैं, जैसे होने चाहिए थे।
सांसद ने किया आश्वस्त यहां के ग्रामीण ढोरीलाल, वीरेंद्र, यशवंत पटेल, दीपक वैष्णव, ओमकार सेन, वीरेंद्र जंघेल व अन्य ने सांसद को ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने लिखा है कि आगामी बजट में मानपुर को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाना चाहिए।
नया जिला बनने के बाद बसाहट में वृद्धि हुई है। लेकिन ग्राम पंचायत में व्यवस्था में अभाव के कारण आम जनता को मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस पर सांसद ने शासन स्तर पर विचार करने का आश्वासन दिया है। इस दौरान भाजपा नेता राजू टांडिया, प्रकाश मिश्रा व सरपंच राजू लाठिया भी मौजूद रहे।



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