UNITED NEWS OF ASIA. बिलासपुर | बिलासपुर नगर निगम के भाजपा के महापौर उम्मीदवार एल पद्मजा विधानी उर्फ पूजा विधानी की जाति प्रमाण पत्र को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। इसे लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने दावा किया कि पूजा विधानी ने अपने जाति प्रमाण पत्र में गलत जानकारी दी है। अगर, गलत जाति प्रमाणपत्र जारी किया है, तो संबंधित अफसर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इधर, कांग्रेस में टिकट वितरण को बवाल नहीं थम रहा है। बुधवार को बैठक में शहर अध्यक्ष और कांग्रेस के पूर्व पार्षद के बीच फिर से विवाद की स्थिति निर्मित हो गई।
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने प्रेस कांफ्रेस में संयुक्त रूप से कहा कि भाजपा नेत्री पूजा विधानी के पिता रेलवे में सामान्य कोटे से ड्राइवर रहे उनकी बहन जो सिन्हा लिखते थे। ऐसे में वो सामान्य श्रेणी से आते थे तो फिर वे पिछड़ा वर्ग से कैसे हो गई। इसी लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराया है। निर्वाचन अधिकारी भी उनकी जाति को छिपा रहे हैं और उन्हें कोई दस्तावेज और जानकारी उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। उनका आरोप है कि पूजा विधानी ने अपने जाति प्रमाण पत्र में गलत जानकारी दी है।
स्कूटनी के बाद जानकारी देंगे निर्वाचन अधिकारी अटल श्रीवास्तव ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने पूजा विधानी के ओबीसी समुदाय से होने के प्रमाण पत्र की जांच करने की बात कही है। लेकिन, इस मामले को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है। हमें शाम पांच बजे तक का समय दिया गया है। जानकारी देने के बाद जाति प्रमाणपत्र जारी करने वाले अधिकारी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
पूजा विधानी बोलीं- हार के डर से हथकंडे अपना रही कांग्रेस इधर, BJP की मेयर प्रत्याशी पूजा विधानी ने कहा कि कांग्रेस की आपत्ति निराधार है। मेरी जाति उड़िया-तेलगु है। मेरा जन्म बिलासपुर में हुआ है। अविभाजित मध्यप्रदेश के समय में मुझे जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया था, जिसके आधार पर पहले भी चुनाव लड़ चुकी हूं। अब हार के डर से कांग्रेसी चुनाव जीतने के लिए हथकंडे अपना रही है।
बैठक में शहर अध्यक्ष से भिड़ गए पूर्व पार्षद इस दौरान कांग्रेस संगठन के नेताओं की बैठक शुरू होने वाली थी। इस दौरान मीडिया की मौजूदगी में पूर्व पार्षद अखिलेश चंद्र प्रदीप वाजपेयी अपने वार्ड में बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने का आरोप लगाने लगे। वो शहर अध्यक्ष विजय पांडेय पर आरोप लगाते हुए उंगली दिखाने लगे। उनकी हरकतों को देखकर विजय पांडेय भड़क गए। जिसके चलते विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने उन्हें समझाइश देकर शांत कराया।