UNITED NEWS OF ASIA. रायगढ़। छत्तीसगढ़ रायगढ़ जिले में पिछले 3 साल से आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चों को यूनिफॉर्म नहीं दिया जा रहा है। अभिभावक खुद से बच्चों के लिए ड्रेस खरीद रहे हैं। किताबें खरीद रहे हैं। अभिभावकों को आर्थिक बोझ उठानी पड़ रही है।
बताया जा रहा है कि 2022-23 में 26 हजार से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे थे। इस साल आंकड़ा बढ़ गया है। पहले साल यूनिफॉर्म के लिए करीब 15 लाख रुपए मिले थे, लेकिन इस साल सरकार ने रकम नहीं भेजी, जिससे बच्चों को यूनिफॉर्म नहीं मिल पाई।
शुरुआत में 9 आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खुले
रायगढ़ जिला में आत्मानंद स्कूल का संचालन शुरू हुआ तो प्रारंभ में जिला मुख्यालय में एक और उसके बाद जिले के सभी विकासखंड को मिलाकर 9 आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खुले थे। अब इन स्कूलों की संख्या जिले में बढ़कर 41 हो चुकी है। इसमें 31 हिंदी मीडियम और 10 इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित हैं।
आर्थिक बोझ कम होता
अभिभावक नियाज खान ने बताया कि शुरू में उन्होंने भी सुना था कि स्कूल यूनिफॉर्म के लिए पैसे मिलते हैं। किताबें तो मुफ्त मिलती हैं, लेकिन स्कूल यूनिफॉर्म बाहर से खरीदनी पड़ती है। यह काफी महंगी होती है और इससे बच्चों के अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे को अभी तक स्कूल यूनिफॉर्म के लिए कुछ नहीं मिला है।
हर साल मिलना था स्कूल यूनिफॉर्म
छात्र के परिजन लोकेश मालाकार का कहना है कि पहले साल गणवेश के नाम पर राशि दी गई थी। उसके बाद से अब यह राशि नहीं मिल रही है। उनका कहना है कि आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूल से काफी उम्मीदे हैं और यहां कई ऐसे पालक हैं, जो गरीब तबके के हैं।
ऐसे में स्कूल यूनिफार्म की राशि अगर हर साल मिलती, तो अभिभावकों को आर्थिक समस्या नहीं झेलनी पड़ती है। यूनिफॉर्म की दुकानों में स्कूल गणवेश के नाम पर काफी रुपए लग जाता है।
डिमांड भेजा जा चुका है
जिला शिक्षा अधिकारी केवी राव से जब हमने बात किया तो उन्होंने बताया कि पहले साल 540 रुपए प्रति गणवेश के नाम पर लगभग 15 लाख रूपए आया था। हांलाकि अब स्कूल यूनिफॉर्म के लिए कोई राशि नहीं आ रही है। इसका कारण तो पता नहीं है, लेकिन इसके लिए शिक्षा विभाग से यूनिफॉर्म के लिए डिमांड मुख्यालय में भेजा गया है।