
रिपोर्ट: संतोष कुमार गुप्ता
छपरा. जिले में बालू लदे ट्रैक्टर पर अवैध रूप से दौड़ रहे हैं। ट्रैक्टर की चपेट में आने से आए दिन कोई न कोई दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। ट्रैक्टर के अलर्ट पर निशान लगाने के रुके हुए प्रशासन मौन है। दियारा क्षेत्र बालू के अवैध खनन और परिवहन के लिए परेशानी का शिकार हो गया है। इससे हमेशा जान को खतरा बना रहता है।
रिहायशी क्षेत्र से जा रहे ट्रैक्टर आए दिन लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं, जिसके चपेट में आने से लोग मर रहे हैं। ऐसी ही एक घटना मुफस्सिल थाना के मखदूम गंज गांव में हुई, जहां तीन वर्षीय बच्चियों को ट्रैक्टर ने कुचल दिया, जिसके कारण ही बच्ची की मौत हो गई। उससे लोगों में टूट गया. लोगों ने ट्रैक्टर को पकड़कर जमकर धुनाई कर दी।
नाबालिग नाबालिग चला रहा था बालू लदा ट्रैक्टर
स्थानीय लोगों के अनुसार ट्रैक्टर एक नाबालिग युवक चला गया था। वह काफी तेज हो रहा था। वह खुद को नहीं संभाल सका और अनियंत्रित होकर घर के साथ खेल रही बच्ची को राज दिया। उसी समय हताहत होने के बाद चालक का प्रयास किया गया। इसे पकड़कर लोगों ने पकड़ कर पहले जमकर धुनाई की.
बाद में उन्होंने पुलिस को बुलाकर सौंप दिया। स्थानीय लोगों में पुलिस के उदासीनता का रवैया के प्रति प्रतिरोधी दिख रहा है। मकदूमगंज के गांव निवासी राजेश राम की 3 वर्षीय बेटी शिवानी कुमारी के रूप में सिकंदर बच्ची की पहचान छपरा शहर के मुफस्सिल थाना में हुई है.
टैक्टर की चपेट में आकर मखदूमगंज के चार लोगों की मौत हो चुकी है
मकदूम गंज के शंभू मांझी ने बताया कि प्रतिदिन शोक से ओवरलोड बालू लदे 400 से 500 ट्रैक्टर खाते से जुड़ा है। सभी ट्रैक्टर तेज गति से ट्रैक्टर रन होते हैं। जिसके कारण आए दिन कोई न कोई जनहानि होती रहती है। अब तक मखदूम गंज में चार लोगों की मौत ट्रैक्टर से कुचलकर मौच हो चुकी है, जबकि पुलिस इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं देती है। शोक, मुफस्सिल थाना की पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
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पहले प्रकाशित : 25 मार्च, 2023, 14:05 IST



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