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Chatgpt ने ceo को 90 लाख रुपये भुगतान प्राप्त करने में मदद की, क्लाइंट ने पैसे देने से इनकार कर दिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पत्र इसेनबर्ग

ChatGPT जब से लॉन्च किया गया है, तब से लगातार चर्चा में है। कुछ लोग इसकी आकांक्षा रखते हैं तो वहीं कुछ लोग इसकी आलोचना भी करते हैं। लेकिन हाल ही में ChatGPT की मदद करने का अनोखा मामला सामने आया है। दरअसल चैटजीपीटी के विजिट से एक कंपनी के सीईओ के 90 लाख रुपये वापस मिल गए।
ग्रेग इसेनबर्ग नाम के एक शख्स ने ट्विटर पर अपनी जानकारी शेयर करते हुए बताया कि कैसे ChatGPT ने अपने एक ग्राहक से करीब 90 लाख रुपये की अनापत्ति लेने में मदद की। खास बात ये है कि इसके लिए उन्हें कोई पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ा।

इसेनबर्ग ने एक के बाद एक ट्विटर में बताया कि पिछले साल उनकी कंपनी ने एक ब्रांड के लिए कुछ डिजाइन तैयार करने का काम किया था, लेकिन जब अनापत्ति का अधिकार आया तो ब्रांड ने सारे संपर्क तोड़ते हुए मौन साध ली।

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इसेनबर्ग दावेदार हैं कि ऐसी सूरत में उनके पास उस ब्रांड से पैसे लेने के लिए वकील के पास का अनुरोध था, लेकिन वह इसके लिए कम से कम 80,000 रुपये लेते थे। वह लिखते हैं, ‘इस पर उन्हें खयाल आया कि क्या चैटजीपीटी इसी तरह का कोई डरने वाला ईमेल तैयार कर सकता है?’

फिर वे ChatGPT को ईमेल क्रिएट करने के लिए आर्किड देते हैं कि वह वित्त विभाग में काम करते हैं और उनके काम ग्राहकों से निकासी लेना है। एक क्लाइंट उनकी सेवा के बदले 90 लाख रुपये की सब्सक्राइब नहीं कर रहा है। पिछले 5 महीने के नशे में उसे 5 ईमेल भेजे गए, लेकिन उसने किसी का जवाब नहीं दिया। ऐसे में उसे एक डरने वाला ईमेल लिखा जाता है ताकि वह जल्द से जल्द अपना नाम बता सके।

ChatGPT सेवाया लेखन ईमेल
इस कोड के आधार पर ChatGPT ने मेल में लिखा, ‘आपका फ्री भुगतान को लेकर आपसे कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन आपकी तरफ से हमें कोई जवाब नहीं मिला। एक जिम्मेदार कंपनी होने के नाते हम ग्राहकों को भुगतान में चूक होने पर हमेशा संदेह के लाभ का मौका देते हैं। हालांकि, आपका जवाब नहीं देने और पैसे चुकाने में दिक्कत होने के कारण हमें आपके खिलाफ खस्त कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।’

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ChatGPT ने इसके साथ ही लिखा, ‘पेमेंट न करने की सूरत में आपको कानूनी कार्रवाई से लेकर क्रेडिट रेटिंग तक का नुकसान हो सकता है। ऐसी किसी स्थिति से बचने के लिए आप 3 दिनों के लिए सीधे पैसे जमा करें। अगर आपने अपना नाम नहीं किया या इस ईमेल का जवाब नहीं दिया तो आपको फिर कोई मौका नहीं दिया जाएगा। संभव है कि आप मुश्किल दौर से गुजर रहे हों, लेकिन हमारे आपके शेयरधारक और कर्मचारी समय पर जिम्मेदारी लेने की जिम्मेदारी है।’

इसेनबर्ग का कहना है कि ChatGPT के लिखे मेल में थोड़ा बदलाव करके उन्होंने कंपनी को भेज दिया। इस पर क्लाइंट की तरफ से ही जबाव आया, जिससे उसने जल्द ही सारे पैसे चुकाने की क्षति पहुंचाई।
वह आगे लिखते हैं, ‘क्या मैं क्लाइंट को जलाशय भेजूं, जिसने संपर्क तोड़ लिया था? मैंने उसे कभी नहीं बताया कि पैसे लगाने के ईमेल के लिए मैंने चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया था… मुझे लगता है कि इससे वह झटका लगेगा।’

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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