चार धाम यात्रा से पहले खराब मौसम ने तनाव प्रारंभ कर दिया है। केदारनाथ-बदरीनाथ और गंगोत्री धामों में दाखिल के बाद यात्रा की तैयारी में जुटी प्रशासन की टीम की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। ऐसे में खराब मौसम की वजह से धामों पर जमी हुई बर्फ को हटाने के लिए कुछ और समय लग सकता है।
हालांकि, प्रशासन का दावा है कि यात्रा शुरू होने से पहले चार धाम यात्रा रूट को सही कर दिया जाएगा। इसके अलावा, धामों से बर्फ पूरी तरह से हटा दी जाएगी, ताकि आसपास के राज्यों सहित अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से खराब मौसम का असर होने लगा है।
केदारनाथ धाम में पिछले दो दिनों से शामिल हो रही है, जिससे लिंचौली से केदारनाथ तक पैदल भरा फिर से बंद हो गया है। केदारनाथ में करीब एक से डेढ़ फीट नई बर्फ गिर गई है जिससे यात्रा व्यवस्थाओं में जुटे अधिकारी, कर्मचारी एवं प्रत्यय को परेशानी उठानी पड़ रही है। लोनिवि-डीडीएमए को अब लिंचौली से केदारनाथ तक पैदल मार्ग से हटाकर नया विवरण।
आगामी 25 अप्रैल को भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शन साहित्य हैं। ऐसे में केदारनाथ में सभी व्यवस्थाओं के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है शर्मिंदा दो दिनों से हो रही बारिश और प्राथमिकताओं ने यात्रा व्यवस्थाओं में जुटे अधिकारी, कर्मचारी एवं पहल के कदम रोक दिए हैं।
लिंचौली से केदारनाथ पैदल मार्ग में बर्फ के कारण स्थिरीकरण फिर से बंद है। जबकि भैरव ग्लेशियर भी काफी हद तक हिम गिरी हैं। ऐसे में डीडीएमए को बर्फ हटाने में फिर से मेहनत करें। जबकि इससे पहले डीडीएमए ने रंगीकुंड से केदारनाथ तक पैदल मार्ग से बर्फ हटाना शुरू कर दिया था।
जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के लेखा प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि दो दिनों से लगातार जुड़ रहा है जिससे केदारनाथ धाम में एक फीट से अधिक हिमपात होता है। लिंचौली से केदारनाथ तक स्थिर नहीं हो पा रहा है। ढाई सौ मजदूर केदारनाथ में रुके हैं जबकि दो सौ मजदूर सोनप्रयाग में हैं।
उन्होंने बताया कि मौसम खुलते ही बड़ी संख्या में शामिल करें लिंचौली से केदारनाथ के बीच बर्फ हटाने में लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए 6 फीट तक स्थिर होने के लिए तैयार किया गया था, दो दिनों की नौकरी करने वालों को काफी मुश्किल होती है।
DM के निर्देश पर पहले हटा दिया गया था Ice
जिलाधिकारी म्यूर दीक्षित के निर्देशों पर लोनिवि डीडीएमए की टीम ने 20 फरवरी से पैदल मार्ग पर बर्फ हटाने का काम शुरू किया था। जबकि 10 मार्च को बर्फ हटाने वाली टीम केदारनाथ पहुंच गई थी।
उत्तराखंड के सभी घने इलाकों में बारिश-बर्फबारी का येलो अलर्ट
उत्तराखंड मौसम: उत्तराखंड के गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल के सभी बांधों में मंगलवार को बारिश एवं रजिस्टर का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 24 मार्च तक बारिश की कई आशंकाएं होने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के जनपदों में ज्यादातर जगहों पर रोशनी से मध्यम बारिश, नामांकन हो सकता है।
3500 मीटर से अधिक ऊँचाई वाले ज़ोन में अटकी अधिक होने की अनुमान है। कई क्षेत्रों में गर्जना एवं ओलावृष्टि की भी आशंका है। 22 एवं 23 मार्च को क्षेत्रीय सीमा में राहत मिल सकती है। केवल पर्वतीय क्षेत्र में ही बारिश के आसार है। 24 मार्च को फिर से सभी निगरानी और निगरानी का अलर्ट जारी किया गया।