
UNITED NEWS OF ASIA. मुंगेली | छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के सरगांव स्थित रामबोड़ कुसुम स्मेल्टर प्लांट में गुरुवार को हुए दर्दनाक हादसे में जिला प्रशासन ने 40 घंटे के कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। हादसा तब हुआ जब 200 टन वजनी कंटेनर (साइलो) का लिफ्टिंग हुक टूट गया और वह नीचे गिर गया। इस घटना में चार मजदूरों की मौत हो गई।
हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य
जैसे ही दुर्घटना की सूचना मिली, कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम के साथ मिलकर तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घटनास्थल पर पहुंचते ही कंटेनर के अंदर फंसे मजदूरों को बचाने की प्रक्रिया शुरू हुई।
रेस्क्यू ऑपरेशन की चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया
भारी-भरकम कंटेनर को हटाना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी:
- स्थानीय क्रेन का प्रयास विफल: प्रारंभ में नजदीकी क्रेन से कंटेनर हटाने की कोशिश की गई, लेकिन वजन अधिक होने के कारण यह असफल रहा।
- 400 टन क्षमता का क्रेन: जिला प्रशासन ने 400 टन क्षमता का क्रेन मंगवाया। लेकिन कंटेनर का वजन और उसमें भरे 80 टन डस्ट की वजह से क्रेन का लिफ्टिंग हुक टूट गया।
- कंटेनर और डस्ट को हटाना: साइलो का सब-स्ट्रक्चर काटकर, डस्ट को बाहर निकाला गया। लगभग 80 टन डस्ट हटाने के बाद, कंटेनर को भारी क्रेन की मदद से उठाया गया।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का मोर्चा
कंटेनर हटाने के बाद, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने अंदर फंसे मजदूरों को ढूंढने का कार्य संभाला। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी रात चला, जिसमें तीन शव बरामद किए गए। इससे पहले एक घायल मजदूर को अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
मृतकों की पहचान और मुआवजा
हादसे में चार मजदूरों की मौत हुई:
- अवधेश कश्यप (तागा, जांजगीर-चांपा)
- प्रकाश यादव (अकोली, बलौदाबाजार)
- जयंत साहू (सरकंडा, बिलासपुर)
- मनोज धृतलहरे (गंभीर घायल, अस्पताल में मृत्यु)
मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स बिलासपुर भेजा गया। कलेक्टर ने मृतक परिवारों को नियमानुसार मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हादसे पर गहरा शोक प्रकट किया। उपमुख्यमंत्री अरुण साव, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, और मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कलेक्टर और एसपी का बयान
कलेक्टर राहुल देव ने कहा, “40 घंटे की कठिन मेहनत के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन सफल हुआ। हादसे में मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। जिला प्रशासन मुआवजे सहित हर संभव सहायता प्रदान करेगा। इस हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
एसपी भोजराम पटेल ने कहा, “यह एक गंभीर हादसा है, और जिला व पुलिस प्रशासन मृतक परिवारों के साथ खड़ा है। दोषियों पर जांच के बाद सख्त कार्रवाई होगी।”
रेस्क्यू ऑपरेशन में टीम की भूमिका
जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, और आपदा प्रबंधन टीम ने मिलकर इस चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन को सफल बनाया। उनकी तत्परता और प्रयासों से बड़ा हादसा टल सका।
दुखद हादसे की यह घटना सुरक्षा मानकों की अनदेखी का गंभीर उदाहरण है। प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
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