UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर, छत्तीसगढ़ की महिलाओं को महतारी वंदन योजना का पैसा जल्द ही मिलेगा। तय कार्यक्रम 8 मार्च की बजाए बदल दिया गया है। अब खबर है कि 7 मार्च को प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्जुअली जुड़ेंगे। PM मोदी ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए महिलाओं के खाते में रकम ट्रांसफर करेंगे।
इसके लिए प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी कार्यक्रम में मौजूद होंगे। प्रधानमंत्री इसी के साथ महिलाओं को सम्बोधित करेंगे। विधानसभा चुनावों में भाजपा ने विवाहित महिलाओं को 12 हजार रुपए सालाना देने का वादा किया था। लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले अब मोदी 1 हजार रुपए कि किश्त महिलाओं के खातों मं भेजेंगे। कार्यक्रम की अंतिम रूप रेखा विभाग तैयार कर रहा है।
70 लाख से ज्यादा आवेदन मिले योजना के तहत महतारी वंदन
योजना का फायदा लेने के लिए प्रदेशभर से 70 लाख 26 हजार 352 महिलाओं ने आवेदन फॉर्म भरा है। योजना के तहत फॉर्म भरने की अंतिम तारीख 20 फरवरी थी। महिलाओं द्वारा फॉर्म भरे जाने के बाद विभागीय अधिकारियों ने आवेदन की जांच की और शनिवार को आवेदनकर्ताओं की अंतरिम सूची जारी की है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार आवेदन करने वाले आवेदकों में से 70 लाख 14 हजार 581 आवेदनकर्ताओं का फॉर्म सिलेक्ट हुआ है। 11 हजार 771 आवेदनकर्ताओं का फार्म रिजेक्ट हुआ है।
कांग्रेस ने बताया योजना को कमीशन का खेल
महतारी वंदन योजना पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने राज्य सरकार के नीति पर सवाल उठाते हुये कहा कि महतारी वंदन योजना में महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा जानकारी दिया गया था कि 74 लाख फार्म महिलाओं के द्वारा भरा गया।
लेकिन लिस्ट आती है आंगनबाड़ी में वही लिस्ट को दिखाया जाता है तो सिर्फ 27 लाख से कम महिलाओं का नाम महतारी वंदन योजना के लिये पात्र बताया जा रहा है। आज प्रदेश की महिलायें जानना चाहती है कि लगभग 80 प्रतिशत महिलायें किस कारणों से महतारी वंदन योजना से अपात्र हो गयी है।
कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा है- साय सरकार ने मापदंड के जाल बिछा दिये थे। महिलायें अपने विवाह प्रमाण पत्र, पेन कार्ड विभिन्न तरह से डाक्यूमेंट बनाने इस कार्यालय से उस कार्यालय धक्का खा-खाकर लंबी लाईन में खड़े होकर महतारी वंदन योजना के मापदंड पूरा करके फार्म भरती है।
महतारी वंदन योजना के नाम से फार्म का 20 रू. लिये जाते थे और फार्म जमा करने के नाम पर 50-50 रू. लिये गये थे। उसके बाद भी लगभग 80 प्रतिशत महिलाओं को महतारी वंदन योजना के लाभ से वंचित रखना भाजपा का षडयंत्र है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि महतारी वंदन योजना में भारतीय जनता पार्टी की ही महिलाओं को अधिक प्राथमिकता दिया गया है।
इसलिये आज लगभग 80 प्रतिशत महिलायें हर मापदंड पूरा करने के बाद भी अपात्र हो गयी। राज्य सरकार आधे अधूरे तैयारी कर महतारी वंदन योजना तो लागू कर दिये जहां शासन की उदासीनता साफ नजर नहीं आती है।
भाजपा बोली- कांग्रेस को तकलीफ हो रही है भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए महतारी वंदन योजना के तहत सभी महिलाओं को 1000 रुपए प्रतिमाह याने सालाना 12000 रुपए देने की घोषणा की थी। वादे के अनुरूप महतारी वंदन योजना के लिए राशि जारी करने की तैयारी भाजपा की सरकार, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में कर रही है। इसके लिए अनुपूरक बजट भी प्रस्तुत कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ की महिलाओं को सम्मान स्वरूप जो राशि प्राप्त हो रही है, उससे महिलाओं को आर्थिक रूप मजबूत होते देख कांग्रेस को तकलीफ हो रही है उनके पेट में लगातार दर्द हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा महिला विरोधी रही है। महिलाओं का अपमान करने में कांग्रेस कभी पीछे नहीं रही।
भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को 1000 प्रतिमाह देने का वादा किया जबकि कांग्रेस के घोषणा पत्र में इस तरह की कोई भी योजना नहीं थी।
भाजपा के घोषणा पत्र के बाद कांग्रेस पार्टी ने आनन-फानन में महिलाओं को राशि जारी करने की योजना रखी और भाजपा से ज्यादा राशि देने की घोषणा की। कांग्रेस पार्टी की योजना में ज्यादा राशि रखने के बाद भी छत्तीसगढ़ की महिलाओं ने भारतीय जनता पार्टी पर भरोसा किया, क्योंकि महिलाओं को भरोसा है कि भाजपा महिलाओं के लिए जो जो घोषणाएं करती है उन्हें पूरा भी करती है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 5 साल पहले अपने जन घोषणा पत्र में महिलाओं के साथ धोखा करते हुए कहा था कि वह प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी करेगी। गंगाजल की कसम खाकर कांग्रेस पार्टी ने शराबबंदी करने की घोषणा की थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने शराबबंदी करने के बजाय शराब को अवैध आय का जरिया बनाकर अपनी तिजोरियां भरने का काम किया।