UNITED NEWS OF ASIA. सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। आमतौर पर बोरवेल से पानी निकलने की उम्मीद की जाती है, लेकिन यहां बोरवेल से प्राकृतिक ज्वलनशील गैस का रिसाव हुआ, जिससे आग की भयंकर लपटें निकलने लगीं। घटना ओंड़गी ब्लॉक के चिकनी गांव की है, जिसने ग्रामीणों में दहशत फैला दी है।
घटना का विवरण
चिकनी गांव में एक ग्रामीण के खेत में बोरवेल खुदाई का काम बीते दो दिनों से चल रहा था। जैसे ही खुदाई का काम पूरा हुआ और बोरवेल मशीन वहां से हटाई गई, अचानक बोरवेल से गैस का रिसाव शुरू हो गया। ग्रामीणों ने माचिस जलाकर इसे चेक किया तो बोरवेल से आग की लपटें उठने लगीं। लपटें इतनी तेज थीं कि ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई।
ग्रामीणों ने आग को बुझाने के लिए कपड़े और गीले कपड़ों का इस्तेमाल किया, जिससे आग अस्थायी रूप से बुझाई जा सकी। हालांकि, गैस रिसाव अभी भी जारी है और आज सुबह फिर से बोरवेल से पानी के साथ आग की लपटें उठती देखी गईं।
विशेषज्ञों की राय
इस घटना को लेकर ई.ई. पी.एच.ई प्रदीप खलखो ने बताया कि यह क्षेत्र कोयले के प्रचुर भंडार के लिए जाना जाता है। ऐसे क्षेत्रों में अक्सर बोर खनन के दौरान मीथेन गैस का रिसाव होता है। मीथेन एक ज्वलनशील गैस है और आग के संपर्क में आने पर यह तुरंत जलने लगती है। संभवतः इस बोरवेल से भी मीथेन गैस का रिसाव हो रहा है, जिसकी वजह से आग की लपटें दिखाई दे रही हैं।
ग्रामीणों में दहशत और प्रशासन की तैयारी
इस घटना ने ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय प्रशासन को घटना की सूचना दी गई है। अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति की जांच कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने ग्रामीणों को बोरवेल के पास जाने से मना किया है और सतर्क रहने की सलाह दी है।
खतरा और समाधान
मीथेन गैस के लगातार रिसाव से आग और विस्फोट का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और विशेषज्ञों की मदद से स्थिति पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही गैस के स्रोत और रिसाव को नियंत्रित करने के उपाय किए जाएंगे।
सावधानी की अपील
प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे बोरवेल के पास आग या माचिस जलाने से बचें और घटना की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें। चिकनी गांव की यह घटना न केवल क्षेत्रीय बल्कि राज्य स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गई है।