UNITED NEWS OF ASIA. छत्तीसगढ़ बिरनपुर हिंसा का मामला एक बार फिर ताजा हो गया है। अब राज्य सरकार ने बिरनपुर घटना की जांच को सीबीआई से कराने का फैसला लिया है। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज विधानसभा सत्र के दौरान बिरनपुर हिंसा मामले में CBI जांच का ऐलान किया है। दरअसल, बिरनपुर हिंसा मामले में पीड़ित और विधायक ईश्वर साहू ने ध्यानाकर्षण करते हुए सवाल किया की, बिरनपुर हिंसा मामले में 36 आरोपियों का नाम दिया गया था, लेकिन 12 की गिरफ्तारी हुई? विधायक ने कहा की मैं स्वयं मृतक का पिता हूं। मुझे बताएं मुझे कब तक न्याय मिल पाएगा। क्या इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाएगी?
साथ ही विधायक ने यह भी जानना चाहा कि गांव के विशेष समुदाय के लोगों से हथियार जब्त क्यों नहीं किया गया?
वहीं बिरनपुर हिंसा मामले में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा अब तक की कार्यवाही की जानकारी दी और बताया कि उनकी सरकार पिछले साल बेमेतरा के बिरनपुर में हुए साम्प्रदायिक हिंसा की CBI जांच कराने जा रही है। डिप्टी CM शर्मा ने कहा कि गांव में कोई अवैध हथियार नहीं है। एक बार फिर से गांव में तलाशी की जाएगी। ईश्वर ने पूछा कि मुझे कब तक न्याय मिलेगा? गृह मंत्री ने भरोसा दिलाया कि आपको न्याय मिलेगा और उसके लिए जो भी कार्रवाई करनी होगी, वो की जाएगी। इस मामले SIT की जांच की जा रही है। साथ ही गृह मंत्री ने इस मामले की CBI जांच कराए जाने की घोषणा कर दी है।
पूर्व सीएम ने सरकार को घेरा
बिरनपुर हिंसा पर सीबीआई से जांच कराने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा सरकार को घेरा है। बघेल ने ईश्वर साहू के इस न्याय की मांग को लेकर अफसोस जताते हुए कहा कि बिरनपुर हिंसा को लेकर चुनाव से पहले बीजेपी और प्रदेश के मौजूदा गृह मंत्री शर्मा काफी हल्ला मचाया था।
बघेल ने कहा कि इस विषय को लेकर पहले ही कैबिनेट की बैठक में निर्णय क्यों नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार को अपनी ही पुलिस के ऊपर भरोसा नहीं रह गया है। यह विचार करने योग्य बात है और सरकार के लिए बेहद शर्मनाक स्थिति है। बघेल ने कहा कि एक पीड़ित व्यक्ति जो खुद एक जनप्रतिनिधि है उसे इतने महत्वपूर्ण विषय को ध्यानाकर्षण में लाना पढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज सत्ता पक्ष के विधायक को अपनी ही सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं बची है।