
UNITED NEWS OF ASIA. नई दिल्ली / श्रीनगर | जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुपस्थित रहने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं। इस बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कड़े एक्शन और संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर राजनीतिक सर्वसम्मति बनाए जाने की कोशिश होगी।
CCS की बैठक में लिए गए 5 सख्त फैसले
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ पांच निर्णायक फैसले लिए गए:
अटारी बॉर्डर पूरी तरह बंद – सीमावर्ती गतिविधियाँ रोकने का निर्णय
इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास बंद – राजनयिक संबंधों में बड़ी कटौती
सिंधु जल संधि निलंबित – पाकिस्तान को जल संसाधनों के स्तर पर झटका
पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासन का आदेश – 48 घंटे में देश छोड़ने के निर्देश
पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा बंद – भारत ने वीज़ा पॉलिसी पर सख्ती दिखाई
पहलगाम हमला: 26 पर्यटकों की मौत, 20 से अधिक घायल
22 अप्रैल 2025 को दोपहर में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई। मृतकों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं। इसके अलावा नेपाल और UAE के एक-एक नागरिक और 2 स्थानीय निवासी भी इस हमले का शिकार हुए।
हमला उस वक्त हुआ जब बैसरन घाटी में बड़ी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। यह हमला 2019 के पुलवामा अटैक के बाद भारत में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव तेज
भारत के इन सख्त निर्णयों के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई है और भारत से सैन्य कार्रवाई जैसे कदम न उठाने की अपील की है।
राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों से की बात
रक्षा मंत्री ने कांग्रेस समेत प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं से संवाद किया है। विपक्षी नेताओं ने सर्वदलीय बैठक की मांग की थी ताकि इस संवेदनशील मुद्दे पर एकजुटता दिखाई जा सके।