राजू पाल मर्डर मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनकी हत्या के मामले में स्थानीय पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। अतीक अहमद के नक्शे और अन्य पांच मानचित्रों पर इनाम भी रखा गया है जिसे अब अनुक्रमित किया गया है।
बसपा के प्रयागराज के विधायक रहे राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या के बाद से ही हड़कंप मच गया है। अब इस मामले में अतीक अहमद के बेटे पर इनाम की राशि में पांच राशि शामिल है। अनुमान है कि इस पूरे मामलमे में माफिया अतीक अहमद का हाथ है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य पंच अतीक अहमद का असद, अरमान, गुड्डू मुस्लिम, मुहम्मद दास और सब्बीर पर इनाम की राशि बेटे की राशि 50-50 हजार से बढ़ा-ढाई लाख कर दी है।
डीजीपी डीएस चौहान ने इस संबंध में जानकारी साझा की है। पुलिस ने ये भी साफ किया है कि जो भी लीक से जुड़े संबंध में जानकारी साझा करेगा उसकी पहचान को गुप्त रखा जाएगा। इस संबंध में उत्तर प्रदेश पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया है। ट्वीट के अनुसार डीजी उत्तर प्रदेश द्वारा प्रयागराज में दि0 24/2/23 को घटाई गई आपराधिक घटना में कृत्य करने वाले अभियुक्तों को गिरफ़्तारी करने या उनकी गिरफ़्तारी के बारे में सूचना देने पर प्रति अभियुक्त 2,50,000/- रुपये पुरस्कार की घोषणा की गई है। यूपी पुलिस की कई टीम अभियुक्तों की सदस्यता के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
आरोपित है कि उमेश पाल की 24 फरवरी को हमला कर हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने पूरी योजना के साथ उमेश पाल की हत्या कर दी थी और 14 राउंड की फायरिंग के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया था। इस फायरिंग के बाद से ही आतंकवाद और आतंकवाद का माहौल है। उसी समय पुलिस इस शॉटआउट के 10 दिनों के बाद भी किसी स्थिति में पकड़ने में सफल नहीं हुई। पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें 6 राज्यों के 50 में गवाह हैं। मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अभिलेख कर रहा है। झारखंड, बिहार और सिकंदराबाद में भी निकटता जारी है। राज्य सरकार ने अतीक के करीबियों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। उनका निकोटीन पर बुलडोजर एक्शन भी लगातार जारी है। इस मामले में अब तक पुलिस एक दशक में अरबाज को गठजोड़ कर चुकी है। मुस्लिम आश्रम का एक पंच सादात पुलिस की हिरासत में है। पुलिस का कहना है कि अन्य पंचमी भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।