
UNITED NEWS OF ASIA. खैरागढ़। छत्तीसगढ़ पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 10 म्यूल अकाउंट धारकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त जांच में खुलासा हुआ कि ये आरोपी अपने बैंक खातों के जरिए ठगी और आपराधिक गतिविधियों से प्राप्त राशि का लेन-देन कर रहे थे। अब तक ₹2.88 करोड़ के अवैध ट्रांजेक्शन का पता चला है।
साइबर ठगी का बड़ा नेटवर्क उजागर
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के नेतृत्व में 19 संदिग्ध बैंक खातों की जांच की गई। पुलिस ने पाया कि इन खातों में देशभर से साइबर फ्रॉड की रकम जमा की गई थी।
- आरोपियों ने अपने बैंक खाते किराए पर देकर या कमीशन के बदले ठगी की रकम को आगे ट्रांसफर किया।
- कई खातों में बार-बार संदेहास्पद ट्रांजेक्शन पाए गए, जिससे इनका संगठित साइबर अपराधियों से सीधा संपर्क होने की पुष्टि हुई।
- पुलिस ने आईटी एक्ट 66-डी और अन्य धाराओं के तहत आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
साइबर ठगी से बचाव के लिए अलर्ट रहें
पुलिस ने जनता को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि –
- अनजान व्यक्ति को अपना बैंक खाता, आधार कार्ड या सिम कार्ड न दें।
- जल्द पैसा कमाने के लालच में अपने बैंक खाते का इस्तेमाल किसी और के लिए न होने दें।
- संदिग्ध लेन-देन की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।













