
प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर दूध डाई का महत्वपूर्ण हिस्सा है। लोग इसे शेक्स, आइसक्रीम, सिगरेट समेत कई तरह के मीलों में एड करते हैं। वहीं जब बात लाइन से ग्रस्त लोगों की आती है, तो उन मीलों को लेकर हम काफी सतर्क हो जाते हैं। छोटी-छोटी जटिलताओं से बचने के लिए उन्हें पूर्ण पोषण प्रदान करने का प्रयास करते हैं। हरे त्वचा और अनाज और दालों के दायरे उत्पादों के साथ हमारे मन में शंका बनी रहती है। जानिए वर्ल्ड मिल डे (विश्व दुग्ध दिवस) के मौके पर कि दूध किस प्रकार के जीवों के लिए लाभ सिद्ध हो सकता है।
विश्व मिल दिवस 2023 की थीम (विश्व दुग्ध दिवस 2023 की थीम)
दूध की गुणवत्ता के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 1 जून को वर्ल्ड मिल्क डे के तौर पर मनाया जाता है। इस बार की थीम क्षेत्र में स्थिरता यानी सेक्टर में स्थिरता है। ये एक ग्लोबल फूड है। वर्ष 2001 में यूनाइटेड नेशन यूएन फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन ने पहली बार 1 जून को विश्व मिल दिवस के रूप में घोषित किया। इसका मकसद को लाभकारी के बारे में जानकारी देना है।
दूध का पोषण मूल्य
यूएसडीए के अनुसार दूध में विटामिन ए, बी, डी और के पाया जाता है। स्पेक्ट्रम से एक कप दूध का सेवन करने से शरीर में 8 ग्राम प्रोटीन की पूरी कमी हो जाती है। इसमें 67 प्रतिशत कैल्शियम, 35 प्रतिशत मैग्नीशियम और 44 प्रतिशत फोस्फेट पाया जाता है।
क्या दूध का सेवन महिलाओं के लिए सही है
इसके बारे में सेल्फीशॉट्स से बातचीत के दौरान डॉ मोहन शाकाहारी स्पैशलिस्ट सेंटर में सलाहकार डायबेट एसोसिएट डॉ लवलीना ने दूध से संबधित कई प्रकार की जानकारी साझी की। उन्होंने कहा कि दूध बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर अपने आप में एक संतुलित आहार है। लूनर के मरीजों को ये बेहतरीन न्यूट्रिशन वेल्यू प्रदान करता है। हांलाकी के सेवन से मधुमेह रोगियों के शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है।
उसी समय दूध का पालन करने वाला मूल्य उस नकारात्मक प्रभाव को अधिक करने में समझौता साबित होता है। उदाहरण के तौर पर मधुमेह से पीड़ित लोगों में ठीक है का जोखिम बढ़ने की अनुमान रहता है। दूध का सेवन करने से शरीर में कैल्शियम की पूरी कमी हो जाती है। इससे खतरे का खतरा आपको कम हो जाता है।
मधुमेह रोगियों को एक दिन में कितनी मात्रा में दूध का सेवन करना चाहिए
चुने हुए शिकार लोगों को लो वसा, लो कैलोरी व स्किम्ड गाय के दूध का सेवन करने की सलाह दी जाती है। उनके लिए एक दिन में लगभग 2 से 3 कप दूध का सेवन उचित है। इससे शरीर में कार्ब्स और कैलोरीज नियंत्रण रहता है। वहीं कई विश्लेषण दूध और टाइप 2 मधुमेह के बीच एक विशेष संबंध संकेत हैं। दूध टाइप 2 मधुमेह की रोकथाम में सहायक है। वहीं कुछ दूसरे रिलेशन के मुताबिक दायरे प्रोडक्ट्स के एक्सक्लूसिव सेंक टाइप 2 डायबिटीज के कम जोखिम से जोड़े गए हैं।

जानकार के अनुसार इन बातों का ध्यान रखें
जानकार के अनुसार नाश्ते में अनाज के साथ दूध प्रोटीन का सेवन पोस्टप्रांडियल ग्लाइसेमिक को कम करता है। इसके अलावा कार्यक्षेत्र उत्पाद में पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लूकोज नियमन में मदद करता है।
टाइप 1 और टाइप 2 जुड़वाँ दूध में मौजूद कार्ब्स ब्लड में पहुंचकर शूगर के रूप में ले लेते हैं। ऐसे में दूध का अत्यधिक सेवन ब्लड शुगर में नजर आता है।
दूध से तैयार दही और चटनी में ग्लाइसेमिक कार्बोहाइड्रेट काउंट होता है जो ब्लड में शुगर बढ़ने का कारण बन सकता है।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :