
UNITED NEWS OF ASIA. खैरागढ़ । छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिले में अधूरे बाईपास ने लोगों की जान पर आफत बनकर खड़ा कर दी है। बीते 10 दिनों में दो भीषण सड़क हादसों में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। भारी मालवाहक वाहनों के बेरोकटोक आवागमन से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। 12 साल से अधूरा पड़ा बाईपास आखिर कब पूरा होगा, यह सवाल अब हर किसी की जुबां पर है।
10 दिन, 2 भीषण हादसे, 2 दर्दनाक मौतें
खैरागढ़ में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले 10 दिनों में दो दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
पहला हादसा (28 फरवरी, आमलीपारा)
धान से लदे ट्रक ने सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को कुचल दिया। टक्कर इतनी भीषण थी कि शरीर के दो टुकड़े हो गए और मौके पर ही मौत हो गई।
दूसरा हादसा (सांस्कृतिक भवन के पास, 9 मार्च)
तेज रफ्तार दो बाइक आपस में टकराई, जिससे एक युवक सड़क पर गिर गया। तभी पीछे से आ रही मेटाडोर ने उसे कुचल दिया और वह मौके पर ही दम तोड़ दिया। मेटाडोर चालक फरार हो गया, मृतक की शिनाख्त जारी है।
12 साल से अधूरा पड़ा बाईपास, हादसों की वजह बनी प्रशासन की लापरवाही
खैरागढ़ बाईपास सोनसरार से किसान राइस मिल तक बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन पुलिया का निर्माण अधूरा रहने के कारण यह सड़क अभी तक चालू नहीं हो पाई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिया बन जाती, तो भारी वाहनों को शहर के अंदर नहीं आना पड़ता और दुर्घटनाओं से बचा जा सकता था।
- भारी वाहन शहर के अंदर से गुजर रहे हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है।
- बाईपास अधूरा रहने के कारण लोग जान गंवा रहे हैं, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।
- व्यापारियों और नागरिकों की मांग – पुलिया निर्माण जल्द पूरा कराकर बाईपास को चालू किया जाए।
“जागो प्रशासन जागो!” – कब मिलेगा खैरागढ़ को पूरा बाईपास?
खैरागढ़ में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं अब गंभीर समस्या बन चुकी हैं। अधूरा बाईपास मौत का बाईपास बन चुका है। 12 साल बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा।
स्थानीय लोगों का प्रशासन से सवाल –
- आखिर बाईपास का निर्माण कब पूरा होगा?
- कब तक लोग इसी तरह हादसों में जान गंवाते रहेंगे?
- भारी वाहनों पर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही?
अब समय आ गया है कि प्रशासन जागे और बाईपास को जल्द पूरा करे, ताकि लोगों की जान बचाई जा सके।













