
UNITED NEWS OF ASIA. बिलासपुर | बिलासपुर में भाजपा की मेयर पद की प्रत्याशी की जाति का विवाद अब हाईकोर्ट पहुंच गया है। बसपा के उम्मीदवार ने रिटर्निंग ऑफिसर के द्वारा जाति प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं कराने पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। कांग्रेस ने भी पूजा विधानी की जाति को लेकर हाईकोर्ट जाने की बात कही थी। हालांकि, कांग्रेस ने अब तक याचिका नहीं लगाई है।
नगर निगम चुनाव में भाजपा की महापौर प्रत्याशी पूजा विधानी के ओबीसी जाति प्रमाण पत्र को लेकर विवाद नहीं थम रहा है। भले ही कांग्रेस इस मुद्दे पर शांत बैठ गई है। लेकिन, बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी आकाश मौर्य ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। उन्होंने अपने एडवोकेट के जरिए याचिका पर हाईकोर्ट में अर्जेंट हियरिंग का आवेदन देकर तत्काल सुनवाई की मांग भी की है। याचिका में पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर आपत्ति जताई गई है और नामांकन रद्द करने के साथ ही उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई है। हालांकि, अभी हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की तिथि तय नहीं की है। हालांकि, केस की जल्द सुनवाई होने की संभावना है।
विधायक अटल श्रीवास्तव का आरोप- गलत है जाति प्रमाणपत्र जब नामांकन पत्र भरा गया और स्कूटनी चल रही थी, तब कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी प्रमोद नायक के एडवोकेट प्रदीप राजगीर ने रिटर्निंग ऑफिसर से भाजपा की प्रत्याशी पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र की कॉपी देने की मांग की थी। दरअसल, कांग्रेस का आरोप है कि विधानी का ओबीसी का जाति प्रमाण पत्र उचित नहीं है। आरोप लगाया गया कि उनके पिता अनारक्षित वर्ग से थे, जबकि उनका प्रमाण पत्र ओबीसी का बनाया गया है। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेस लेकर जाति प्रमाणपत्र को गलत बताया था। स्कूटनी के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर ने कांग्रेस प्रत्याशी को जाति प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया था। बाद में विधानी के जाति प्रमाण पत्र को सही बताते हुए उनका नामांकन फॉर्म मंजूर कर लिया गया।
रिटर्निंग ऑफिसर की भूमिका पर सवाल याचिकाकर्ता आकाश मौर्य ने आरोप लगाया है कि नामांकन पत्रों की जांच से पहले उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से भाजपा प्रत्याशी द्वारा प्रस्तुत ओबीसी जाति प्रमाण पत्र के दस्तावेजों की मांग की थी, लेकिन निर्वाचन अधिकारी (RO) ने उन्हें यह दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए। उनका कहना है कि निर्वाचन अधिकारी का यह रवैया संदेहास्पद है और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े करता है।
कांग्रेस के सहप्रभारी जांगिड़ बोले- भाजपा प्रत्याशी को बचा रही सरकार इधर, कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी प्रमोद नायक के चुनाव प्रचार में पहुंचे सह प्रभारी जांगिड़ ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के साथ कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा की। जब पूछा गया कि कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशी एल.पद्मजा के जाति प्रमाण पत्र वाले मुद्दे को ठीक से क्यों नहीं उठाया, तो जांगिड़ ने कहा कि कांग्रेस ने पूरी ताकत से मुद्दा उठाया, चूंकि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है, वह अपनों का बचाव करती है। हमारे मेयर के प्रत्याशी को अयोग्य घोषित कर दिया, यहां भी कर सकते थे। अभी कोर्ट का रास्ता खुला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है। जनता परेशान है। हम अच्छी जीत हासिल कर प्रदेश में कई निगम में सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने ईवीएम से वोटिंग को लेकर संदेह भी जताया। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा मतदान सिस्टम देखा कि एक ही ईवीएम से मेयर व पार्षद प्रत्याशियों के लिए वोट डाला जाएगा। सरकार अपनी जीत के लिए ये सब हथकंडा अपना रही है।
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