
छत्तीसगढ़ चुनाव 2023 समाचार: प्रदेश में अगर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जेसीसीजे) की बनी सरकारगी तो बस्तर उप राजधानी बनती और बस्तर का युवा ही डिप्टी सीएम आएंगे, ये बात छत्तीसगढ़ के बस्तर (बस्तर) पहुंचे जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और मरवाही के विधायक अमित जोगी (अमित जोगी) नेही। दरअसल बस्तर में चुनावी माहौल को देखते हुए उनके पांच दिवसीय प्रवास पर अमित जोगी बस्तर पहुंचे हैं। अपने दौरे के पहले अमित दिन जोगी ने सिटी टाउन क्लब में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के दाखिले वाले चुनाव के लिए रिचार्ज किया, साथ ही आज से ही पार्टी में दाखिले की सदस्यता बढ़ाने के लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के लिए पार्टी के प्रमाण निर्देश दिया।
‘गलत गठबंधन से मिली चुनाव में हार’
अमित जोगी ने नामांकन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में इसलिए हार का सामना करना पड़ा क्योंकि पार्टी ने गलत राजनीतिक दलों से गठबंधन कर लिया था, जिस वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में में ऐसा नहीं होगा। पार्टी बिना किसी गठबंधन के स्वतंत्र छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा क्षेत्रों पर चुनाव लड़ेगी। अमित जोगी ने कहा कि पिछले चुनाव में पार्टी ने बहुजन समाज और कम्युनिस्ट पार्टी से गठबंधन किया था। गलत गठबंधन की वजह से विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार मिली। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस बार छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस की बनी सरकारगी और बस्तर को उपराजधानी बनाई जाएगी, साथ ही बस्तर से ही पार्टी के किसी युवा को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।
बस्तर की समस्यों को लेकर किया गया कलेक्ट्रेट का घोर अपराध
बीजेपी-कांग्रेस के बाद बस्तर में अपनी सक्रियता बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस भी उतरी है, खुद इस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अगले 5 दिनों के लिए बस्तर प्रवास पर पहुंचे हैं। इन 5 दिनों में अमित जोगी संभाग के अलग-अलग नामांकन में नामांकन की बैठक करेंगे। अपने प्रवास के पहले दिन अमित जोगी ने टाउन क्लब में नामांकन के लिए चुनाव के लिए रिचार्ज किया और उन्हें संदेश देने के बाद बस्तर की बुनियादी बातों को दुरुस्त करने की मांग को लेकर सैकड़ों नामांकन के साथ कलेक्ट्रेट का घोटाल किया। इस दौरान अमित जोगी के साथ 400 से ज्यादा कार्यकर्ता और आम जनता भी मौजूद रही।
‘केंद्र और राज्य की तू-तू-मैं-मैं में पिस रही बस्तर की जनता’
अमित जोगी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने विकास कार्य के नाम पर बस्तरवासियों से छलावा किया है। सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने में भी सरकार फेल हुई है। नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण को लेकर भी राज्य सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है। स्थानीय स्थैतिक युवा-युवतियों को नौकरी में 100% प्रमाण पत्र में भी राज्य सरकार की विफलता साबित हो रही है। केंद्र और राज्य सरकार ने आवास योजना के नाम पर बस्तर के भोले भाले लोगों से बड़े-बड़े दावे किए लेकिन दोनों के बीच तू-तू-मैं-मैं में बस्तर की जनता पिस रही है।
‘नक्सल समस्या के समाधान के लिए नहीं उठाया कोई कदम’
अमित जोगी ने कहा कि रिलेशनशिप मामलों में भी राज्य पूरी तरह से फेल है, बस्तर में लगातार अपराध होने की घटनाएं हो रही हैं, सील्स की शहादत हो रही है लेकिन इन 4 सालों में समाधान के लिए राज्य सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया उठा है, जिस वजह से बस्तर में लगातार आम नागरिक और सील की जान जा रही है।
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