तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग करेगा जांच
योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित किया है। आयोग में जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह शामिल हैं। यह आयोग निर्धारित समय सीमा में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा। इस दौरान मुख्य सचिव और डीजीपी खुद प्रयागराज का दौरा करेंगे।
कैसे हुआ हादसा?
CM योगी ने बताया कि हादसा अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग टूटने के कारण हुआ। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने बैरिकेडिंग तोड़ दी, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान पुलिस, एनडीआरएफ और राहत दलों ने तत्परता से घायलों को अस्पताल पहुंचाया और बंद मार्गों को तुरंत खोला गया।
8 करोड़ श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़, रोकने पड़े रास्ते
मौनी अमावस्या के पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज में 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर सहित आसपास के जिलों में लोगों को रोकने के लिए विशेष व्यवस्था की गई। प्रशासन के अनुरोध पर अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित कर दिया।
महाकुंभ में पहली बार इतनी भारी भीड़
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज में पहली बार इतना जबरदस्त दबाव देखने को मिला है। रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अब तक 300 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई हैं और रोडवेज प्रशासन ने 8,000 बसों की व्यवस्था की है ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो।
घायलों का इलाज जारी
CM योगी ने कहा कि 36 घायलों का इलाज प्रयागराज के अस्पतालों में चल रहा है। प्रशासन की टीमें लगातार इलाज और राहत कार्यों की निगरानी कर रही हैं।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। आने वाले दिनों में भीड़ प्रबंधन को लेकर और कड़े कदम उठाए जाएंगे।